Samastipur News:समस्तीपुर : जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग प्रयासरत है. इसके लिए बच्चों के बीच किसी प्रकार का भेदभाव न हो शिक्षा विभाग जिले के विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए तरह-तरह की योजना चला रही है. विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को पोशाक के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है. ताकि बच्चे विद्यालयों में एक तरह के पोशाक में ही जायें. इससे किसी बच्चे में किसी प्रकार का भेदभाव न हो. सरकारी स्कूलों में ड्रेस पहनना अब अनिवार्य कर दिया गया है. सभी बच्चे हर हाल में स्कूल ड्रेस में पहुंचेंगे. इसको लेकर डीईओ ने सभी विभागीय पदाधिकारी सहित स्कूलों के एचएम को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये हैं. इसमें कहा गया है कि जिले के सभी स्कूलों को पोशाक व साइकिल योजना की राशि उपलब्ध कराई जा रही है. इसके बाद हर हाल में बच्चों को पोशाक बनवाने को लेकर प्रोत्साहित किया जाये. कई सरकारी स्कूलों में स्थिति यह है कि पोशाक की राशि मिलने के बाद भी बच्चे स्कूल ड्रेस नहीं बना पाते हैं. इस कारण से ये बच्चे बगैर ड्रेस के ही स्कूल पहुंचते हैं. वरीय अधिकारियों के निरीक्षण में भी यह बात सामाने आती रही है. बच्चों के बगैर स्कूली ड्रेस के ही स्कूल में पहुंचने के कारण सरकार की यह योजना पूरी तरह से साकार नहीं हाे पाती है. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने कहा, जो बच्चे ड्रेस में नहीं आयेंगे उन्हें चेतना सत्र में अलग-थलग रहना होगा. बाल सांसद के बच्चों के माध्यम से अलग कतार में खड़ा किया जायेगा. वहीं इन बच्चों को स्कूल ड्रेस में आने को लेकर प्रोत्साहित किया जायेगा. बच्चों को पोशाक में स्कूल आने को लेकर अभिभावकों को जागरूक किया जायेगा. उन्हें सरकार के द्वारा बच्चों को पोशाक वितरण की मंशा से अवगत कराया जाये. अभिभावकों के साथ स्कूलों में ही गोष्ठी का आयोजन किया जाये तो अभिभावक को भी ड्रेस में भेजने के लिए शिक्षक जागरूक करेंगे.
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