पूसा : डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित विद्यापति सभागार में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वावधान में अनुसंधान प्रविधि विषय पर सोमवार को कार्यशाला हुई. अध्यक्षता प्राचार्या डॉ आकांक्षा कुमारी ने की. कार्यशाला में मुख्य अतिथि लंगट सिंह महाविद्यालय मुजफ्फरपुर के प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश राय ने कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं को तकनीक के क्षेत्र में समुन्नत बनाने की दिशा में अनुसंधान करने की जरूरत है. शिक्षा दान करने की संपत्ति है. ज्ञान दान सभी दानों में सर्वोपरि होता है. छात्र-छात्राओं को आईटीसी से जोड़कर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. भावी पीढ़ी की तैयारी में शिक्षकों की महती भूमिका है. इससे पहले आगत अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यशाला का उद्घाटन किया. स्वागत गीत डायट प्रशिक्षु साना नवाज, सजल सुमन, सोनी शर्मा, शांभवी कुमारी, श्वेता, संजना, मल्लिका एवं दिव्या ने प्रस्तुत किया. डीपीओ मानवेंद्र कुमार राय ने कहा कि अनुसंधान प्रविधि के परिणाम को समझने के लिए कार्यशाला के 15 दिन बाद सीखे गये फीडबैक का पुनः डायट को प्रतिवेदन जमा करना है. लंगट सिंह महाविद्यालय के इतिहास विभाग के व्याख्याता डॉ राजीव कुमार ने कहा कि बच्चों के रुचि के अनुसार नये नवाचार लाते हुए अनुसंधान करने की जरूरत है. साधनसेवी डा सुबोध कुमार ने कहा कि बच्चों को अनुसंधान की मुख्यधारा से जोड़ कर ही नई शिक्षा नीति के तहत परिणाम प्राप्त कर सकते हैं. संचालन डा अंकिता एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रशांत भास्कर ने किया.
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