Samastipur News:रोसड़ा : स्थानीय उपकारा परिसर में बुधवार को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बंदियों को उनके मूल अधिकारों, कर्तव्यों व विधिक सहायता से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई. मुख्य अतिथि अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सह सचिव अनुमंडल विधिक सेवा समिति रूबी कुमारी ने मानवाधिकार से संबंधित विभिन्न कानूनों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान, सुरक्षा व न्याय प्राप्त करना उसका मूल अधिकार है. उन्होंने मानवाधिकार दिवस की शुभकामना देते हुए बंदियों को उपलब्ध विधिक अधिकारों का उचित लाभ उठाने की सलाह दी. पैनल अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए मानवाधिकारों के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्वभर में हुए व्यापक मानव हत्याओं को रोकने व मानव जीवन की रक्षा के उद्देश्य से 1948 में मानवाधिकार घोषणा का प्रारूप तैयार किया गया. 1950 में इसे पूर्ण रूप प्रदान किया गया. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर 423 प्रस्तावों को स्वीकार करते हुए मानवाधिकारों को हर राष्ट्र में कानून के रूप में लागू किया गया, ताकि किसी भी व्यक्ति पर अत्याचार न हो. कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया. कार्यक्रम के दौरान बंदियों को विधिक सेवा, मानवाधिकार संरक्षण व आत्म सुधार से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जागरूक किया गया. इस अवसर पर उपकारा अधीक्षक अरविंद कुमार शाह, कारा चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिव शंकर राज, कारा चिकित्सक डॉ तौकीर आलम, प्रभारी अधीक्षक अभिनंदन कुमार, सहायक अधीक्षक सुमन कुमारी, पैनल अधिवक्ता अभिषेक अनल आदि उपस्थित थे.
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