Samastipur News:समस्तीपुर : जिले के करीब चार लाख छात्र-छात्राओं को एआई चैटबोट दिया जायेगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा व्यवस्था को तकनीक के नये आयाम से जोड़ने की तैयारी की है. लगातार सुधारों की शृंखला में बोर्ड एक ऐसी सुविधा शुरू करने वाला है जिससे विद्यार्थियों को न केवल त्वरित सहायता मिलेगी, बल्कि गलत जानकारी और अफवाहों पर निर्भरता भी खत्म होगी. समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर जनवरी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एआई चैटबोट सक्रिय हो जायेगा, जो परीक्षार्थियों का डिजिटल गाइड बनकर हर सवाल का जवाब देगा और वह भी उनकी पसंद की भाषा और लहजे में. चैटबोट पर विद्यार्थी जैसे ही भाषा में “हैलो ”” टाइप करेंगे, एआई तुरंत सक्रिय होकर उनसे संवाद शुरू कर देगा. किसी भी भाषा में पूछे गये प्रश्न का उत्तर चैटबोट उसी भाषा में सटीक और स्पष्ट रूप से देगा. इससे परीक्षा से जुड़ी छोटी-बड़ी जानकारी पाने में अब देरी या भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी. बोर्ड के अनुसार यह सुविधा पहली बार लागू की जा रही है और इसका सबसे अधिक लाभ 2026 की इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा. बता दें कि यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो कृत्रिम बुद्धिमता के सहारे मनुष्यों की तरह बातचीत करता है. प्रश्नों को समझकर तुरंत उत्तर देता है. दुनिया भर में ग्राहक सेवा, बिक्री, सूचना प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. अब बिहार बोर्ड इसे शिक्षा व्यवस्था में लागू कर एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. एआई चैटबोट से छात्रों को घर बैठे वैसी सभी जानकारियां मिल जायेगी, जिसके लिए वे कोचिंग का चक्कर लगाते हैं. कोचिंग वाले इसके लिए विद्यार्थियों से मोटी रकम वसूलते हैं. इस व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद पढ़ाई में होनेवाली खर्च में कमी आयेगी. घर से कोचिंग आने-जाने में लगने वाले समय की भी बचत होगी. किसी भी मौसम में यह यह चैटबोट विद्यार्थियों की मदद करेगा. इस व्यवस्था से अभिभावकों को भी सुविधा मिलेगी. बच्चों को जेनरल नॉलेज ने लेकर समसामयिक घटनाएं और उनके विषयों से जुड़े सवालों का जवाब भी तुरंत उपलब्ध हो जायेगा. इससे परीक्षा की तैयारी और जानकारी बढ़ाने में बच्चों को मदद मिलेगी. यहां तक की तत्काल घटी घटनाओं पर आधारित सामान्य ज्ञान को भी मजबूत करेगा. इस चैटबोट से कोचिंग संचालकों की परेशानियां जरूर बढ़ेगी, परंतु छात्रों को घर बैठे कोचिंग की सारी सुविधाएं प्राप्त हो जायेगी. शहर के आरएसबी इंटर विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. ललित कुमार घोष ने कहा कि एआई द्वारा शुरू हो रहे चैटबोट से बच्चों को अत्याधुनिक जानकारी मिलेगी. इससे बच्चों को परीक्षा से संबंधित तैयारी करने में मदद मिलेगी. प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बच्चों को दूसरे पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. हर तरह की जानकारी जल्द उपलब्ध हो जायेगी. चैटबोट का फायदा ग्रामीण स्तर के विद्यार्थियों को ज्यादा मिलेगा. हर तरह के सवालों का जबाब इसके माध्यम से बच्चों को आसानी से मिल जायेगा. बिहार बोर्ड आने वाली परीक्षा में एआई का व्यापक उपयोग करेगा. परीक्षा प्रणाली को धांधली मुक्त बनाने में भी मदद मिलेगी. नाम बदलकर फॉर्म भरने, फोटो में मिलावट, जन्मतिथि में गड़बड़ी जैसे मामलों की पहचान एआई तकनीक तेजी से कर सकेगी. विद्यार्थियों को एक विश्वसनीय, त्वरित और 24×7 उपलब्ध सूचना प्लेटफॉर्म देना. इससे वे फर्जी सूचनाओं, सोशल मीडिया की अफवाहों और गुमराह करने वाली खबरों से बच सकेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

