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Samastipur News:तीन साल में कार्बाइन समेत 97 हथियार बरामद

प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न थाना की पुलिस के द्वारा लगातार वाहनों की जांच तो की जाती है लेकिन इस क्रम में हथियार नहीं मिलता.

Samastipur News:मोरवा : प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न थाना की पुलिस के द्वारा लगातार वाहनों की जांच तो की जाती है लेकिन इस क्रम में हथियार नहीं मिलता. लेकिन मामूली सी बात पर भी बंदूकें गरजने लगती है. यही कारण है कि विभिन्न मामलों में गत 3 सालों में प्रखंड क्षेत्र से कार्बाइन समेत 97 हथियार जब्त किये गये हैं. जब्त हथियारों को लेकर लगातार पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही है. लेकिन इसके खरीद व सप्लायर के बारे में पुख्ता जानकारी पुलिस को नहीं हो रही है. बताया जाता है कि हलई, ताजपुर, मुसरीघरारी और पटोरी थाना की पुलिस के द्वारा लगातार प्रतिबंधित सामानों की खोजबीन की जाती रही है. लेकिन लाने ले जाने के क्रम में इसका कोई पता नहीं चलता. लेकिन मामूली सी घटना होने के बाद हथियारों की गरजने की मामले सामने होते हैं. बताया जाता है कि बनबीर पंचायत से घर में छुपा कर रखे गये कार्बाइन बरामद किया गया था. इसी तरह गत तीन सालों में दरबा से 9, बनबीरा से 6, सारंगपुर से 8,लड़ुआ से 6 बनबीरा से 5, मरीचा से 6, ररियाही से 4, केशोनारायणपुर से 5, धर्मपुर बांदे से 6, इन्द्रवारा से 9, गुनाई बसही से 6 हथियार बरामद किये गये हैं. इसी तरह कई अन्य पंचायत से पुलिस ने दर्जन भर मामले की पड़ताल के दौरान हथियार बरामद किया. ताजपुर थाना क्षेत्र के कई पंचायत में भी चोरी छुपे रखने वाले हथियार का पता चला और पुलिस ने उसे बरामद किया. हथियार के बरामदगी के मामले में लगातार वृद्धि हो रही है लेकिन इस पर लगाम नहीं लग पा रहा है. सूत्रों की माने तो देसी कट्टा का उपयोग इन दोनों धड़ल्ले से क्षेत्र में हो रहा है. बाइक लूटने वाले से लेकर शराब के कारोबार करने वाले लोग इसे लेकर घूम रहे हैं लेकिन इसकी भनक पुलिस को नहीं लग पा रहा है. पुलिस के द्वारा ऐसे मामले को लेकर लगातार खोजबीन की जाने की बात बताई जा रही है. लेकिन लोगों में पुलिस का खौफ नहीं नजर आ रहा है. क्योंकि लगातार कार्रवाई होने के बावजूद हथियार की खरीद फरोख्त लगातार जारी है. इस बाबत एक पुलिसकर्मी के द्वारा बताया गया कि प्रखंड क्षेत्र की सीमा दियारा, वैशाली, बेगूसराय आदि से सटती है. इसके कारण चोरी छुपे इसकी सप्लाई संभव हो पाती है. हालांकि पुलिस के द्वारा लगातार इस पर लगाम लगाने के प्रयास किया जा रहे हैं. इसमें कमी देखी जा रही है.

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