सौरबाजार. प्रखंड क्षेत्र के कई प्राथमिक, मध्य विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब तक किताबें नहीं मिली हैं. इससे गरीब, मजदूर और किसान परिवारों के बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता दिख रहा है. बच्चे प्रतिदिन विद्यालय तो जाते हैं, लेकिन वहां के प्रधानाध्यापक के द्वारा आजकल कर किताब के बदले सिर्फ उन्हें आश्वासन दिया जा रहा है. वहीं मध्य विद्यालय सौरबाजार के दर्जनों बच्चों ने प्रधानाध्यापक और शिक्षकों से किताब की मांग को लेकर विरोध जताया. छात्रों का कहना है कि वे नियमित विद्यालय जाते हैं, फिर भी उन्हें किताब नहीं दी जा रही है. प्रधानाध्यापक विजय पासवान के द्वारा आजकल किया जा रहा है. वहीं कुछ ऐसे छात्र जो नियमित रूप से विद्यालय नहीं भी आते हैं, उसे पहले ही किताबें दे दी गयी. नगर पंचायत सौरबाजार के वार्ड पार्षद हरेकृष्ण साह ने कहा कि जब समय पर किताब नहीं मिलेगी तो शिक्षक बच्चों को क्या पढ़ायेंगे. कक्षा 8वीं के छात्रों ने बताया कि वे एक सप्ताह से किताब मांग रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें किताब नहीं मिली है. ऐसा ही हाल सौरबाजार के अधिकतर विद्यालय का है. जहां किताब नहीं मिलने से छात्रों में नाराजगी है. इस मामले में बीईओ नरेंद्र निराला ने बताया कि अब तक 70 प्रतिशत किताबें मिल चुकी हैं. बाकी 30 प्रतिशत किताबों के लिए मांग पत्र भेजा गया है. सभी छात्रों को किताबें उपलब्ध करायी जा रही है.
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