कार्यक्रम की सफलता को लेकर डीएम ने की बैठक सहरसा . जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने शुक्रवार को समाहरणालय सभा कक्ष में स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मौके पर सिविल सर्जन डॉ रतन कुमार झा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद, जिला शिक्षा पदाधिकारी हेमचंद्र, जिला कल्याण पदाधिकारी पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस पुष्पा कुमारी, डीपीएम विनय रंजन, डीसीएम राहुल किशोर, यूएनडीपी प्रोग्राम ऑफिसर प्रिया रंजन झा, एसएमसी यूनिसेफ डॉ. बंटेश नारायण मेहता, भीसीसीएम मुमताज खालिद, अखिलेश कुमार, पिरामल फाऊंडेशन, मृत्युंजय कुमार, सभी प्राइवेट शिक्षक संघ संगठन, दिनेश कुमार दिनकर कंप्यूटर अस्सिटेंट सहित अन्य मौजूद थे. बैठक में आगामी 16 सितंबर से एलबेंडाजोल दवा खिलाने के अभियान पर चर्चा की गयी. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि हर हाल में इस बात का ध्यान दें कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ्य हो, खाली पेट दवा नहीं खिलायें. लाइन लिस्टिंग के अनुसार शत प्रतिशत लक्षित बच्चों को शिक्षकों व आशा के समक्ष ही दवा का सेवन करायें. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद ने बताया कि 16 सितंबर मंगलवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र एवं सरकारी, गैर सरकारी स्कूल के एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को अल्बेडाजोल की दवा निर्धारित उम्र के अनुसार खिलायी जायेगी. इसको लेकर तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि दवा से छूटे हुए बच्चों के लिए मॉप-अप दिवस का आयोजन 19 सितंबर को किया जायेगा. अल्बेडाजोल की गोली का सेवन तलिकानुसार ही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक से 19 वर्ष तक के 11 लाख 97 हजार 801 बच्चे को एलबेंडाजोल दवा खिलाने का लक्ष्य है.
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