खेती-बाड़ी की समस्याओं के निवारण को लेकर कृषि कॉलेज में बैठक आयोजित
सत्तरकटैया. मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर में बुधवार को जोन टू की जोनल रिसर्च एंड एक्सटेंशन एडवाइजरी कमेटी की बैठक की गयी. बैठक की अध्यक्षता बिहार कृषि विश्वविद्यालय की उप निदेशक अनुसंधान डॉ शैलाबाला देई ने की. इस मौके पर जोन टू के अंतर्गत आने वाले सभी कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालय तथा क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने भाग लिया. बड़ी संख्या में किसानों और कृषक महिलाओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया. बैठक में सह निदेशक अनुसंधान और एसोसिएट डीन कम प्राचार्य डॉ अरुणिमा कुमारी, संयुक्त निदेशक कृषि प्रवीण कुमार राय, भोला पासवान, शास्त्री कृषि महाविद्यालय के एसोसिएट डीन कम प्राचार्य डॉ डी के महतो, कृषि विज्ञान केंद्र अगवानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ अरविंद कुमार सिन्हा सहित विभिन्न महाविद्यालयों, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र व कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक मौजूद थे.कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के किसानों की समस्याओं, शोध योग्य विषयों और कृषि उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा हुई. विशेषज्ञों ने किसानों की आम समस्याओं जैसे फसल सुरक्षा, मौसम परिवर्तन, उन्नत बीज की उपलब्धता और बाजार से जुड़ी चुनौतियों पर अपने सुझाव दिये. साथ ही नयी तकनीकों के प्रयोग और अनुसंधान के माध्यम से कृषि को और अधिक लाभकारी बनाने पर बल दिया गया. डॉ शैलाबाला देई ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि क्षेत्र में प्रगति के लिए वैज्ञानिक शोध और किसानों के अनुभवों का समन्वय ज़रूरी है. बैठक में तय किया गया कि किसानों तक समय पर नयी तकनीकें पहुंचाने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सभी संस्थान मिलकर कार्य करेंगे. सह निदेशक अनुसंधान डॉ अरुणिमा कुमारी ने क्षेत्र की कृषि संबंधी चुनौतियों के समाधान के लिए समन्वित प्रयासों पर जोर दिया. संयुक्त निदेशक कृषि प्रवीण कुमार राय ने किसानों को उन्नत तकनीक और सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी. कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश कुमार ने किया.
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