सत्तरकटैया. प्रखंड क्षेत्र स्थित खाद बीज के दुकान में यूरिया खाद नहीं मिलने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं. किसान खाद के लिए विभिन्न दुकान का चक्कर काटते नजर आ रहे हैं. किसान मालभोगी यादव, मनोज यादव, किशोर यादव, अरुण यादव, जागो यादव, योगेंद्र यादव, ब्रह्मदेव यादव सहित दर्जनों ने बताया कि गेहूं व मक्का का पटवन हो गया है. लेकिन यूरिया खाद नहीं मिल रहा है. जिसके कारण फसल प्रभावित हो रहा है. वहीं नाम नहीं छापने के शर्त पर कुछ दुकानदारों ने बताया कि होलसेलर के द्वारा यूरिया नहीं दिया जा रहा है. यूरिया के साथ जाइम, कैल्सियम टैग कर लेने को मजबूर किया जाता है. जो किसान नहीं लेना चाहते हैं. वहीं कुछ दुकानदार चोरी छिपे तीन से चार सौ की रेट में यूरिया बेचते हैं. साधारण किसान को सरकारी मूल्य पर नहीं देते हैं एवं यूरिया उपलब्ध नहीं रहने की बात करते हैं. किसानों के अनुसार खाद बिक्री के इस गोरखधंधे में दुकानदार से लेकर विभाग के पदाधिकारी की भी मिली भगत रहती है. विभागीय पदाधिकारी के किसानों के प्रति उदासीन रवैये से किसानों को फसल की उपज में नुकसान उठाना पड़ता है. यूरिया की किल्लत खासकर सत्तरकटैया में क्यों होती है. यह जांच का विषय है. इस प्रखंड के किसानों को हर वर्ष खाद की किल्लत को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस मामले में पूछने पर बीएओ केदार राय ने बताया कि वह मैट्रिक परीक्षा की ड्यूटी में हैं. वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया की जिस किसान को यूरिया नहीं मिल रहा है या जो दुकानदार यूरिया नहीं देता है उसके नाम से उन्हें आवेदन दें. सत्तरकटैया में ही बार बार यूरिया किल्लत की बात आती है. इसका जांच किया जायेगा.
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