नप के अफसर नहीं है गंभीर सिमरी बख्तियारपुर सिमरी बख्तियारपुर में बीते कई वर्षों से चिल्ड्रेन पार्क बनाने की योजना तीन विभागों के कागजी पेंच में फंसी हुई है. मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में बख्तियारपुर थाना के आगे प्रखंड कार्यालय से पश्चिम लालू फील्ड में 41 लाख 80 हजार 350 रूपए की लागत से चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण शुरू हुआ था. नींव डालने के साथ दीवार जुड़ाई का कार्य भी शुरू हो गया था. लेकिन उक्त जमीन पर पार्क निर्माण की जानकारी मिलते ही अग्निशमन विभाग ने पार्क निर्माण पर आपत्ति दर्ज करा दी. अग्निशमन विभाग ने पार्क निर्माण कार्य पर रोक लगाने की मांग तत्कालीन अंचलाधिकारी धर्मदेव चौधरी से कर दी. अग्निशमन विभाग ने तत्कालीन सीओ से उस जमीन को अपने बिल्डिंग के लिए प्रस्तावित बताया. अग्निशमन विभाग ने बताया था कि अंचल कार्यालय ने कई वर्ष पूर्व ही 20 डिसमिल जमीन अग्निशमन विभाग को बिल्डिंग निर्माण के लिए दी है. जिससे जल्द ही बिल्डिंग निर्माण कार्य शुरू होना है. जिसके बाद तत्कालीन सीओ धर्मदेव चौधरी ने वर्ष 2020 के 6 जून को अगले आदेश तक के लिए पार्क निर्माण पर रोक लगा दिया. हालांकि बीते तीन वर्षों में पार्क निर्माण पर रोक के बावजूद अग्निशमन विभाग द्वारा भवन निर्माण नहीं शुरू किया गया और ना ही चिल्ड्रेन पार्क को लेकर ही कुछ सुगबुगाहट हो पायी. इधर नपवासियों ने यह मांग की है कि नप प्रशासन जल्द से जल्द कुंभकर्णी निंद्रा से जगे और सिमरी बख्तियारपुर वासियों के ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारे. विधायक ने भी उठाया था मुद्दा सिमरी बख्तियारपुर में चिल्ड्रेन पार्क निर्माण को लेकर बीते वर्ष अगस्त महीने मे सुगबुगाहट शुरू हुई थी. अनुमंडल पदाधिकारी अनीषा सिंह के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार ने प्रखंड कार्यालय परिसर सहित आसपास के क्षेत्र में पार्क निर्माण को लेकर संभावित जमीन का जायजा लिया था. लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी मामला जस का तस पड़ा है. वहीं बिहार विधानसभा में स्थानीय विधायक युसूफ सलाउद्दीन ने भी सिमरी बख्तियारपुर में चिल्ड्रेन पार्क निर्माण की आवाज़ उठायी थी. लेकिन पार्क निर्माण की ओर कदम नहीं उठे.
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