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सम्राट ने दी धमकी, एसपी व सीएम भी नहीं बचायेगा
पूर्व में भी डॉक्टर से मांगी गयी थी रंगदारी पुलिस ने पांच को भेजा था जेल सहरसा : …कान मे गोली लगेगी, तो सब कुछ सुनायी देगा…एसपी व सीएम भी नहीं बचायेगा…सम्राट नाम के शख्स ने कुछ इस अंदाज में दूसरी बार डॉक्टर ब्रजेश सिंह को धमकी देकर दहशत में डालने की कोशिश की. ज्ञात […]
पूर्व में भी डॉक्टर से मांगी गयी थी रंगदारी
पुलिस ने पांच को भेजा था जेल
सहरसा : …कान मे गोली लगेगी, तो सब कुछ सुनायी देगा…एसपी व सीएम भी नहीं बचायेगा…सम्राट नाम के शख्स ने कुछ इस अंदाज में दूसरी बार डॉक्टर ब्रजेश सिंह को धमकी देकर दहशत में डालने की कोशिश की.
ज्ञात हो कि बीते आठ फरवरी को नया बाजार स्थित हार्ट केयर सेंटर के संचालक डॉ आइडी सिंह, डॉ ब्रजेश कुमार व पैथोलोजी संचालक से क्रमश: एक करोड़ बीस लाख व दस लाख की रंगदारी मांगी गयी थी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर पांच युवकों को सलाखों के पीछे भेज मामले का पटाक्षेप का दावा किया था. पुलिस ने नया बाजार निवासी गौतम सिंह, गौरव राय, सिम विक्रेता रंजीत यादव, परसरमा निवासी सुमन सौरभ, गोपालगंज निवासी हरेश यादव को डॉक्टर से रंगदारी मांगने के आरोप में न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
वाहन पर चली थी गोली : सदर थाना क्षेत्र के रमेश झा महिला कॉलेज के समीप अज्ञात अपराधियों ने डॉ ब्रजेश कुमार सिंह पर गोली चला कर सनसनी फैला दी थी. हालांकि गोली उनके कार में जा लगी.
सुरक्षा की मांग को लेकर डॉक्टरों का शिष्टमंडल पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार से मिल सुरक्षा की गुहार लगायी थी. जिसके बाद मामला आग की तरह शहर में फैल गया था. पीड़ित डॉक्टर ने बताया था कि वह अपनी कार (बीआर 19 डी 8288) से नयाबाजार से गांधी पथ स्थित सूर्या क्लीनिक जा रहे थे. महिला कॉलेज के समीप गांधी पथ की ओर मुड़ते ही तेज आवाज हुई. आवाज के बाद डॉक्टर को लगा कि किसी वाहन से धक्का लगा है.
लेकिन पीछे देखने पर वाहन नहीं था. वाहन नहीं देख उन्हें लगा कि शायद टायर पंक्चर हुआ. जिसके बाद वह कार को बढ़ाते सूर्या क्लीनिक पहुंच टायर देखा तो टायर भी सही सलामत था. कार का निरीक्षण करने के बाद नंबर प्लेट के समीप गोली लगने का चिन्ह देखा.हालांकि गोली मामले की जांच एफएसएल कर रही है.
मोबाइल पर दो मिस्ड कॉल : 26 जुलाई को भी डॉक्टर के मोबाइल पर आये दो मिस्ड कॉल ने होश उड़ा दिया था. पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि रात में उनका मोबाइल ऑफ था. सुबह जब ऑन किया तो दो मिस्ड कॉल का मैसेज था.
ट्रु कॉलर पर जांच करने पर मोबाइल नंबर 9060773449, जो उनके मोबाइल में रंगदार के नाम से सेव था. उन्होंने बताया कि इसी नंबर से फरवरी माह में रंगदारी की मांग की गयी थी. उन्होंने कहा किह शायद गोली की घटना में भी इन्हीं का हाथ है. सिम नहीं हो पाया है बरामद : जिस सिम से कॉल कर रंगदारी मांगी गयी थी, उसे बरामद करने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है. घटना के आठ माह बाद भी सिम का कोई पता नहीं लगा पाया है. गोपालगंज निवासी हरेश यादव ने सिम को तोड़ने की बात कही थी. बावजूद बुधवार को आये मिस्ड कॉल ने पुलिस के दावे व गिरफ्तार हरेश के बयान को झूठा साबित कर दिया है.
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