सहरसा : बिहार के सहरसा में महिषी क्षेत्र के सहरसा-दरभंगा सीमा पर अवस्थित मनोवर पंचायत के मनोवर गांव में पूर्व मुखिया प्रत्याशी व सामाजिक कार्यकर्ता राजेश चौपाल की आपसी रंजिश में गांव के ही कतिपय ग्रामीणों ने नाक व गला दबाकर हत्या कर दी. हत्यारों ने मृतक का मोबाइल व जेब का पर्स भी निकाल अपने साथ ले गया व लाश को पानी में फेंक दिया. अहले सुबह गांव के कुछ किसान अपने खेत की ओर निकले व पानी में लाश देख हल्ला मचाया. स्थानीय लोगों की सूचना पर महिषी थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, जलई ओपी प्रभारी अनिल कुमार सिंह घटना स्थल पर पहुंच लाश को कब्जा में लेना चाहा. लेकिन, ग्रामीण घटना के दोषियों पर त्वरित कार्रवाई करने व पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग पर अड़ गये. मामले की नजाकत को भांप अधिकारीद्वय ने जिले के आला अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया.
चार थानों की पहुंची पुलिस
पुलिस ने परिजनों के फर्द बयान पर गांव के ही युवक व डीजे संचालक 28 वर्षीय युवक तारिणी मुखिया के पुत्र धर्मेंद्र मुखिया को गिरफ्तार कर घटनास्थल पर लाया. हत्या की सनसनीखेज खबर पर क्षेत्र के मनोवर, झमटा, मोहम्मदपुर, सिद्दीकपुर सहित अन्य निकटवर्ती गांव के सैकड़ों लोग लाश को देखने पहुंच चुके थे. लोगों की भीड़ गिरफ्तार युवक को पुलिस गाड़ी से निकाल बदला लेने को आतुर हो गई व पुलिस को बाहर निकलने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा. भीड़ को नियंत्रित करने व संभावित घटना को भांप बनगांव व बिहरा थाना को भी घटनास्थल पर बुलाया गया. दोपहर 11 बजे पुलिस कप्तान राकेश कुमार सदलबल पहुंच आक्रोशित भीड़ को समझा बुझा व दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाते तत्क्षण वापस लौटने में ही भलाई समझ गिरफ्तार आरोपी के साथ मुख्यालय लौटे. घंटों प्रयास व बुद्धिजीवियों की पहल पर लाश को पोस्टमार्टम में भेजने की कार्रवाई शुरू हो पाई.
प्रेम प्रसंग में हत्या की भी थी चर्चा
मृतक राजेश के बड़ा भाई शिव चौपाल ने जानकारी देते बताया कि राजेश कल शाम दवाई लेने घर से बाहर निकला था. बहुत देर के बाद धर्मेंद्र उसके घर दवा पहुंचाने आया व पूछने पर बताया कि राजेश उसके घर पर है. देर रात तक घर नहीं आने पर जब धर्मेंद्र के घर पूंछने पहुंचा तो ना तो उसका भाई वहां मिला और न ही धर्मेंद्र. शिव ने कहा कि पांच दिन पूर्व धर्मेंद्र के साथ गांव के हीं उपेंद्र मुखिया, अशोक मुखिया, नन्हकू मुखिया, नारायण मुखिया, सोकिंदर मुखिया, राम खेलावन मुखिया अपने संबंधी जलई निवासी गब्बर के साथ जान से मारने की धमकी दी थी.
कुछ लोग दबी जुबान से हत्या का कारण प्रेम प्रसंग होने की भी बात कर रहे थे. इनका कहना था कि गांव के ही एक मल्लाह परिवार में रात में नाजायज संबंध बनाते पकड़े जाने पर चौपाल को पंचायत में आर्थिक दंड लगाया गया था. दंड की राशि नहीं दिये जाने के कारण दोनों परिवारों में अदावत का माहौल बना था व धमकी दी गयी थी. कुछ लोगों की जुबान पर प्रेम प्रसंग में महिला की सहमति की भी बात की जा रही थी. कुछ का ऐसा भी कहना था कि समाज में छोटी मोटी गलतियां तो होती ही रहती है. लेकिन, इसके बदले किसी की जीवन लीला समाप्त कर देना अमानवीय कृत्य है.
अपराधियों में पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नहीं रह गया है व आये दिन हत्या का सिलसिला जारी है. मुखिया रीता देवी ने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्टि योजना से तीन हजार की राशि देते संवेदना व्यक्त की. भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव, पूर्व मुखिया सगीर आलम, पैक्स अध्यक्ष तंजीम अहमद सहित अन्य ने भी घटना स्थल पर पहुंच परिजनों को ढांढ़स बधाते धैर्य रखने की बात कह रहे थे.