सहरसा : अक्सर हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन का नाम सुनते ही रेल यात्रियों के जेहन यह बात सामने आती है कि इस ट्रेन में सफर करने में जेब ढीली करनी पड़ेगी. लेकिन, अब ऐसी बात नहीं होगी. फ्लैक्सी किराया हटाने के बाद अब सामान्य यात्री भी हमसफर एक्सप्रेस में यात्रा पूरी कर सकेंगे. इस ट्रेन में एसी थ्री टायर कोच के साथ-साथ स्लीपर कोच भी लगाये जायेंगे. ताकि सामान्य यात्री भी कम पैसे में सफर कर सकें.
हालांकि, स्लीपर कोच कब से इस ट्रेन में लगाये जायेंगे, रेल अधिकारियों ने यह स्पष्ट नहीं किया है. रेल अधिकारियों के अनुसार हमसफर एक्सप्रेस में स्लीपर कोच लगाने के लिए कोच की डिमांड की गयी है. स्लीपर कोच उपलब्ध होते ही इसे कटिहार-दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस में जोड़ा जायेगा. फिलहाल सहरसा से दिल्ली-कटिहार हमसफर एक्सप्रेस में स्लीपर कोच लगाने की स्वीकृति मिली है.
बता दें कि सहरसा जंक्शन होकर कटिहार-दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस दी गयी है. वहीं दूसरी हमसफर एक्सप्रेस सहरसा से बांद्रा के लिए प्रत्येक मंगलवार को सहरसा जंक्शन से खुलती है. वहीं कटिहार से दिल्ली जाने वाली चंपारण हमसफर सप्ताह में दो दिन सोमवार व गुरूवार को है. अधिकारियों के अनुसार अधिक लंबी दूरी की ट्रेन होने से कटिहार-दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस में 60 प्रतिशत आरक्षण भी पूरा नहीं होता है. ऐसे में इस ट्रेन को पोपुलर बनाने की जरूरत है. ताकि रेल यात्रियों के साथ-साथ रेल राजस्व को भी फायदा हो. इसके लिए चंपारण हमसफर को पहली बार में स्लीपर कोच लगाये जाने की स्वीकृति मिली है. बाद में सहरसा-बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस में स्लीपर कोच लगाने पर विचार किया जायेगा.
स्लीपर कोच आने के बाद सबसे पहले चंपारण हमसफर में इसे लगाया जायेगा. रेल अधिकारियों के अनुसार फ्लैक्सी किराया हटने के बाद भी इस ट्रेन के अधिकांश कोच में आरक्षण नहीं पूरा होता है. आधी सीटें खाली रह जाती है. पूछने पर अधिकारियों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने स्लीपर हमसफर में लगाये जायेंगे.
क्या कहते है अधिकारी
कटिहार-दिल्ली चंपारण हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन पूरी एसी ट्रेन है. अधिक लंबी दूरी की ट्रेन होने से इस ट्रेन में अधिकांश आरक्षण सीटें खाली रह जाते है. ऐसे में इसमें बदलाव किया गया है. ताकि रेल राजस्व के साथ सामान्य यात्रियों को भी फायदा पहुंचे. चंपारण हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को काफी पोपुलर ट्रेन बनाया जायेगा. स्लीपर कोच की मांग की गयी है. कोच उपलब्ध होते ही इसमें कुछ एसी कोच हटाकर स्लीपर कोच जोड़ा जायेगा. ताकि सामान्य यात्री भी इस ट्रेन में सफर कर सकें. (राजेश कुमार, सीपीआरओ, हाजीपुर)