सहरसा/सुपौल : बिहार के मुख्यमंत्रीसहजदयूके राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सहरसा व सुपौल में एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव जनसभा में संबोधित किया. सीएम नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि पति-पत्नी ने मिल कर जो बिहार को बर्बाद किया है. उसको हमें बनाने में क्या परेशानी हुई. वह तो हमें ही पता है, लेकिन 13 साल के कार्यकाल में जो हमने गरीब तबके के लोगों के लिए, आमजनों के लिए, किसानों के लिए जो किया है. वह कतई कभी लोगों ने सोचा भी नहीं था.
मुख्यमंत्री ने कहा, साइकिल पहले सहरसा या पटना में कहीं-कहीं लड़कियां चलाया करती थी, लेकिन अब नीतीश कुमार की सरकार में गांव गांव की बेटियां साइकिल से अब स्कूल जाने लगी हैं. कुछ लोग कहते हैं कि साजिश के तहत नीतीश जी हमें जेल भिजवा दिया, लेकिन यह गौर करने की बात है कि जिस संविधान को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने बनाया और सदन में पारित हुआ, क्या उस शासन व्यवस्था में किसी की चल सकती है. ऐसा कदापि नहीं हुआ है और न ही होगा.
नीतीश कुमार ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि सूबे के हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है, इसलिए बिहार के लोगों को अब लालटेन की जरूरत नहीं है. दस वर्षों तक लगातार सूबे में पति पत्नी की सरकार रही, लेकिन किसी भी जाति को आरक्षण नहीं दे पाये. हमारी सरकार बनते ही हमने तीन महीने के अंदर आरक्षण दे दिया. महिलाओं के 50 प्रतिशत आरक्षण को दिया गया, पिछड़ा, अति पिछड़ा, महादलित सबको आरक्षण दिया गया. सीएम ने कहा कि कोसी त्रासदी के समय हमने पहले से बेहतर कोसी बनाने का वादा किया था, जिसके लिए वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेकर इस दिशा में काम किया.
सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि किसानों का सारा कर्ज माफ कर देंगे, लेकिन आपलोग बताइये कि क्या सारे किसान कर्ज लेते हैं. जब सारे किसान कर्ज नहीं लेते हैं तो सभी किसानों को इसका फायदा कैसे मिलेगा.