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सोन नदी से सड़क तक बालू के लिए गिरने लगा खून

सासाराम कार्यालय : सोन नदी हर साल अपने में कई जाने समा ले रही है. वहीं, उसके बालू के लिए खूनी खेल में भी जाने जा रही हैं. दोनों के पीछे बालू तस्करी कारण बन रहा है. सोन नदी में अवैध बालू खनन से जहां-तहां बड़े-बड़े गड्ढे हो जा रहे हैं, जिसमें डूबने से लोगों […]

सासाराम कार्यालय : सोन नदी हर साल अपने में कई जाने समा ले रही है. वहीं, उसके बालू के लिए खूनी खेल में भी जाने जा रही हैं. दोनों के पीछे बालू तस्करी कारण बन रहा है. सोन नदी में अवैध बालू खनन से जहां-तहां बड़े-बड़े गड्ढे हो जा रहे हैं, जिसमें डूबने से लोगों की जाने जा रही हैं.

वहीं ,अवैध बालू के लिए सड़क पर खून की होली खेलने को तस्कर तैयार हैं. इस खेल में बक्सर, आरा, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर के छोटे बड़े अपराधी सक्रिय हैं, तो इस खेल में तस्कर बिहार के अन्य जिलों व उत्तरप्रदेश के अपराधियों की भी मदद लेते हैं.
पुलिस के पास इतनी सलाहियत नहीं या यूं कहें कि उनके पास कोई ठोस रणनीति नहीं की बालू तस्करों को रोक सकें. तस्करी के ओवरलोड बालू से करोड़ों रुपये की सार्वजनिक संपत्ति एनएच टू का अप लाइन टूटता जा रहा है.
बालू तस्करी के खेल में अबत क कई जाने जा चुकी हैं, तो कई घायल होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं. हाल के तीन वर्षों की घटनाओं पर नजर डालें तो बालू तस्करी में अकूत धन की आसानी से कमाई के लिए वर्ष 2017 के 16 अगस्त को मुफस्सिल थाना क्षेत्र का भैंसही गांव का इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. दो गुट आपस में इस गांव के समीप के नहर के रास्ते बालू की ढुलाई से अवैध वसूली पर कब्जा के लिए गोली बार कर रहे थे.
इस कांड में बक्सर इसी बालू के लिए 13 मार्च 2018 को डेहरी के मोहन बिगहा स्थित बालू खनन में लगी एक कंपनी के कार्यालय पर हमला हुआ, जिसमें पूर्व विधायक ददन पहलवान के बेटे का रिवाल्वर अपराधी ले भागे थे. इस मामले में 19 मार्च 2018 को 40 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
इस मामले में पुलिस कार्रवाई कैसी और कितनी कारगर हुई, यह तो कहना मुश्किल लेकिन, इसे बाद जो सिलसिला शुरू हुआ, उसमें जान भी जाने लगी. इस साल अगस्त व सितंबर का महीना शांति से गुजरा. 23 अक्तूबर 2019 की शाम सबसे रक्तरंजीत हो उठी, जब बालू घाट के समीप सरकारी जमीन पर कब्जा को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गये.
जम कर लाठी-डंडा और गोली चली, जिसमें एक की मौत हो गयी थी और तीन लोग जख्मी हुए थे. इसके बाद से पुलिस कार्रवाई तेज हुई है. कई जगह छापेमारी में करीब 9 लोग पकड़े गये हैं. कई जगह से बंदूक-कारतूस की बरामदगी हुई है. इसके बावजूद सड़क पर ओवर लोड, इंट्री और अवैध खनन पूर्णरूप से रुका हुआ नहीं कहा जा सकता.
घटनाक्रम पर एक नजर
11 मई 2018 को दरिहट थाना क्षेत्र के अर्जुन बिगहा गांव में एक गुट के तस्करों ने उसी गांव के सुखाड़ी महतो के 26 वर्षीय बेटे अवधेश कुमार की गोली मार हत्या कर दी, जिसकी मात्र एक माह पहले ही शादी हुई थी.
20 मई 2018 को रोहतास थाना क्षेत्र के सोन नदी में बालू तस्करों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया था, जिसमें दो महिला सिपाही, एक एएसआई व दो पुलिस बल जख्मी हुए थे.
वर्ष 2019 में बालू तस्करों का तांडव मचा दिया है.
11 जनवरी 2019 को जिला मुख्यालय सासाराम के करगहर मोड़ पर ओवरलोड के खिलाफ अभियान छेड़े डीटीओ मो जियाउल्लाह के निजी चालक गुंदेज कुमार की माफिया के लोगों ने मारपीट कर हाथ तोड़ दिया था.
30 मार्च 2019 को दरिगांव थाना क्षेत्र के महरनियां गांव के समीप सड़क पर आरटीओ की टीम पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया था, जिसमें अवर प्रवर्तन निरीक्षक शिवकुमार का एक हाथ दूसरे हाथ की अंगुलियां टूटी थी.
19 अप्रैल 2019 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सुम्हा गांव के समीप साइड नहीं देने पर बालू माफियाओं ने कार चालक और उनके मालिक की जम कर पिटाई की थी और उनकी कार को नहर में फेंक दिया था.
29 जून 2019 को डेहरी थाना की टीम पर हमला किया था, जिसमें थानाध्यक्ष व दो पुलिस बल जख्मी हुए थे.
11 जुलाई 2019 को अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के सोन नदी के बालू घाट पर आदित्य मल्टीकॉम के चार कर्मचारियों के साथ मारपीट कर अपराधियों ने 50 हजार रुपये लूट लिये थे.

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