प्रधानमंत्री 15 सितंबर को दे रहे पूर्णिया को तीन नई ट्रेनों की सौगात
अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन पूर्णिया होते हुए करायेगी तमिलनाडु की यात्रा
दो वंदे भारत ट्रेन से सहज होगा सिलीगुड़ी और पटना होते दानापुर का सफर
तीन दिन दो रात का सफर तय कर तमिलनाडु का इरोड पहुंचायेगी वंदे भारत
पूर्णिया. वक्त ने करवट बदला तो सरकार भी पूर्णिया पर मेहरबान हुई और रेल विकास की उम्मीदों को मुकाम भी मिल गया. अब न तो दिल्ली दूर रही और न ही कोलकाता का सफर मुश्किल रहा. पूर्णिया से 40 किमी. दालकोला के बीच भले ही पटरी नहीं बिछी पर सिलीगुड़ी का ट्रेन सफर भी पूर्णिया से सहज हो गया. दक्षिण भारत के लिए यह पहली ट्रेन है जो सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. अब तो बस, कुछ दिनों का इंतजार कीजिए फिर पूर्णिया जंक्शन से पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के साथ उत्तर पूर्व भारत के शहरों का रेल सफर कीजिए. प्रधानमंत्री आगामी 15 सितम्बर को पूर्णिया प्रमंडल को एक अमृत भारत एवं दो वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात देने जा रहे हैं. दरअसल, जिन तीन नई ट्रेनों की सौगात मिल रही है उसमें एक अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन जोगबनी से चलकर पूर्णिया जंक्शन होते हुए दक्षिण भारत इरोड शहर तक जाएगी. यह ट्रेन साप्ताहिक होगी जो चेन्नई में पड़ने वाले तमिलनाडू के इरोड से गुरुवार को जोगबनी के लिए चलेगी जबकि जोगबनी से यही ट्रेन रविवार को इरोड के लिए खुलेगी. जोगबनी से यह ट्रेन अपराह्न 3.15 खुलेगी. फिर, पूर्णिया, कटिहार,नवगछिया,मानसी खगड़िया,बेगूसरायग़, बरौनी,शाहपुर पटोरी,सोनपुर, दानापुर, आरा और बक्सर होते हुए आगे निकल जाएगी. बिहार में इसके कुल 17 स्टोपेज होंगे. वैसे, इसका पूरा सफर काफी लंबा होगा. इतना सफर तय करने में 60 घंटा यानी तीन दिन दो रात ट्रेन में ही रहना होगा. पूर्णिया परिक्षेत्र से इतनी लंबी दूरी के लिए यह पहली ट्रेन होगी जिसकी घोषणा 15 सितम्बर को प्रधानमंत्री करने वाले हैं.सहज हुआ सिलीगुड़ी और दानापुर का रेल सफर
गौरतलब है कि पूर्णिया से सिलीगुड़ी जाने का अब तक कोई रेल मार्ग नहीं रहा है जबकि महज 40 किमी. पर अवस्थित पश्चिम बंगाल के दालकोला तक रेल पटरी बिछाए जाने की मांग हो रही थी. मगर, अब बहुत जल्द पूर्णिया-सिलीगुड़ी के लिए रेल सफर सहज होने वाला है. इस क्षेत्र को मिलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अररिया-गलगलिया नई रेल लाइन पर दौड़ेगी. कटिहार से चलकर यह ट्रेन पूर्णिया होते हुए अररिया कोर्ट से गलगलिया रुट पकड़ेगी. रहमतपुर, बांसबाड़ी हाल्ट, खवासपुर, लक्ष्मीपुर, वरदाहा हाल्ट, टेढ़ागाछ,पौआखाली, ठाकुरगंज, गलगलिया, नक्सलबाड़ी और बागडोगरा होते हुए सिलीगुड़ी पहुंच जाएगी. दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस जोगबनी से पूर्णिया जंक्शन और पूर्णिया कोर्ट होते हुए पटना और दानापुर के लिए निकल जाएगी.———————-
कहते हैं अधिकारी
निश्चित रुप से तीनों वंदे भारत ट्रेन पूर्णिया के लिए बड़ी उपलब्धि है. दक्षिण भारत के लिए यह पहली ट्रेन है जो बड़ी उपलब्धि है. इससे दूर की यात्रा सहज होगी तो व्यावसायिक लाभ भी इस क्षेत्र के लोगों को मिलेगा.
मुन्ना कुमार, स्टेशन प्रबंधक, पूर्णियाआकड़ों का आइना
1887 में खोला गया था पूर्णिया जंक्शन रेलवे स्टेशन2008 में शुरू हुई थी पूर्णिया जंक्शन में बड़ी रेललाइन
30 लाख यात्रियों का आवागमन पूर्णिया जंक्शन से एक साल में होता है15 जोड़ी ट्रेनों का अभी पूर्णिया जंक्शन से हो रहा परिचालन02 पूजा स्पेशल साप्ताहिक ट्रेन चल रही है
03 जोड़ी ट्रेनों की संख्या बढ़ने वाली है11 करोड़ सालाना अकेले सीमांचल एक्सप्रेस ने पूर्णिया दे रहा रेलवे को
1.44 लाख यात्री सिर्फ पूर्णिया जंक्शन से पकड़ते हैं ट्रेनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

