सिख समुदाय के महिला पुरुषों ने किया भव्य स्वागत
पूर्णिया. सिखों के नवम गुरु, गुरु तेग बहादुर की शहीदी एवं दशवें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह के गुरुवाई के 350वें वर्ष के मौके पर असम के धुबड़ी से निकला शहीदी नगर कीर्तन का जत्था शुक्रवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे पूर्णिया के निर्धारित स्वागत स्थल पर पहुंचा जहां पहले से ही सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में उनके स्वागत के लिए उपस्थित थे. ज्यों ही दूर से लोगों ने वाहनों के काफिले को आते देखा तो सभी के चेहरे पर ख़ुशी के भाव आ गये. दो पहिया चार पहिया वाहनों के अलावा दो बड़े विशेष वाहनों में गुरु ग्रन्थ साहब और गुरु तेग बहादुर जी के शस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गयी थी. वहीं इस जत्थे में सैकड़ों लोग शामिल थे. पूर्णिया पहुंचते ही इस जत्थे का सभी ने श्रद्धा भाव से स्वागत किया. सभी गुरुग्रंथ साहब के आगे मत्था टेकते नजर आये वहीं युवाओं के बीच गुरु तेग बहादुर जी के शस्त्रों की प्रदर्शनी के बीच सेल्फी की होड़ लगी रही. श्री गुरु नानक सत्संग सभा, पूर्णिया कमेटी के सचिव सरदार दलजीत सिंह उर्फ़ लवली सिंह ने बताया कि स्वागत कार्यक्रम के बाद यह जत्था कटिहार के बरारी स्थित लक्ष्मीपुर गुरुद्वारे में पहुंचकर वहां नगर कीर्तन व अन्य कार्यक्रम के आयोजन के पश्चात वापस मरंगा, गुलाबबाग होकर पश्चिम बंगाल के मालदा के लिए प्रस्थान कर जाएगा.भारत के 23 राज्यों से होकर गुजरेगा यह शहीदी नगर कीर्तन का जत्था
इस शहीदी नगर कीर्तन का जत्था की यात्रा को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर साहब के मुख्य प्रचारक जगदेव सिंह जी के साथ प्रचारक हरविंदर सिंह और चरणजीत सिंह पूर्णिया में पहले से ही उपस्थित थे. मुख्य प्रचारक जगदेव सिंह ने बताया कि हम सभी लोग श्री अमृतसर साहेब श्री हरमंदिर साहेब की ओर से आये हैं. गुरु तेग बहादुर जी का साढ़े तीन सौ वां शहीदी पर्व इस वर्ष मनाया जा रहा है उस उपलक्ष्य में एक विशाल नगर कीर्तन गुरुद्वारा धुबड़ी आसाम से होकर सिलीगुड़ी होता हुआ यहां पहुंचा हैं. बड़ी संख्या में लोग दर्शन कर रहे हैं. उन्होंने यात्रा के बारे में बताया कि यह यात्रा 21 अगस्त को धुबड़ी से शुरू हुई है जो सम्पूर्ण भारत के विभिन्न प्रान्तों लगभग 23 राज्यों से नगर कीर्तन करते हुए लगभग तीन माह बाद 23 नवम्बर को पंजाब में श्री आनंदपुर साहब पहुंचकर सम्पूर्ण होगी. उन्होंने कहा सभी जगह बड़ी संख्या में लोग भव्य स्वागत के साथ इनके दर्शन कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

