पूर्णिया. बारिश का सिलसिला शनिवार को भी नहीं थमा. हालांकि लगातार मूसलाधार बारिश नहीं हुई पर रुक-रुक कर कहीं कम तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश से शनिवार को दिन भर लोग परेशान रहे. इस दौरान तामपान में भी गिरावट आयी है जिससे गुलाबी ठंड का अहसास होने लगा है. मौसम विभाग की मानें तो अभी मौसम का मिजाज कुछ इसी तरह का बना रहेगा. मौसम विभाग की ओर से पूर्णिया के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को भी तेज हवा के साथ बारिश का सिलसिला जारी रहने के आसार हैं. इधर, शनिवार को पूर्णिया में मौसम का अधिकतम तापमान 29.8 एवं न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है. पूर्णिया के मौसम पूर्वानुमान इंडेक्स में आगामी 8 अक्टूबर तक बारिश की संभावना बतायी गई है. इसमें तेज हवा जारी रहने के भी संकेत दिए गये हैं. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, हवा में नमी की मात्रा अधिक होने से अगले 2-3 दिनों तक राज्य में लगातार बारिश होने की संभावना है. इस दौरान एक या दो स्थानों पर भारी तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. आईएमडी के अनुसार, 7 अक्टूबर के बाद बारिश संबंधी गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आएगी और मौसम सामान्य हो जाएगा.
वर्षा का खेती पर मिला जुला असर : डॉ गोविन्द कुमार
पूर्णिया. दुर्गापूजा के बाद से हुई बारिश का जिले की खेती पर मिला जुला असर पड़ेगा. इस संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ के कृषि वैज्ञानिक डॉ गोविन्द कुमार ने बताया कि धान की फसल के लिए यह बारिश अच्छी कही जा सकती है बशर्ते उसकी अवस्था फूल खिलने वाली न हो अन्यथा उसे कुछ नुकसान पहुंच सकता है. शेष अवस्थाओं के लिए धान में यह वर्षा बेहद कारगर रहेगी. दूसरी ओर जो किसान खरीफ की तैयार फसलों की कटाई की प्रतीक्षा में हैं उन्हें परेशानी हो सकती है. इनमें मक्का के अलावा तिल और कुछ मोटे अनाजों वाली फसलें हैं. वहीं अगात रबी मौसम की फसलों के लिए जिन किसान भाइयों ने खेत की तैयारी कर ली है वे अब इस बारिश के बाद फसलों जैसे राई, तोड़ी, सरसों, दलहन आदि की बुआई के लिए इस नमी का 15 दिनों बाद उपयोग कर सकते हैं. आलू की बुआई के लिए भी किसानों को नमी कम होने का इन्तजार करना पड़ेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

