पूर्णिया. जिले में जल्द ही सरकारी स्तर पर इंजीनियरिंग तथा मेडिकल की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आवासीय व्यवस्था शुरू हो रही है. इस दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं. संभावना है कि अप्रैल-मई के आसपास इसकी शुरुआत हो जाए. जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सभी बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुविधाजनक तरीके से पहुंचाने में लाइव क्लास की भूमिका बेहद कारगर रही है.
डीएम ने बताया कि नीति आयोग ने भी विस्तार से पूर्णिया लाइव क्लास द्वारा पठन पाठन की तकनीक के बारे में कहा है. इसके अंतर्गत जिले में एजुकेशन के क्षेत्र में किये गये बेहतरीन कार्य को रेखांकित किया गया है. राष्ट्रीय फलक पर पूर्णिया जिले का नाम हुआ है. उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव द्वारा भी लाइव क्लास का मुआयना किया गया था. उन्होंने सभी शिक्षकों और कार्यरत लोगों को काफी प्रोत्साहित भी किया था और इसे उच्च स्तर पर ले जाने के लिए मार्गदर्शन भी किया. उसी पर काम करना है. डीएम ने कहा कि पूर्व में 9 से 12 तक के लिए क्लासेज चल रहे थे अब इंजीनियरिग और नीट की भी तैयारी करा रहे हैं. इसको अब नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए बच्चों की परीक्षा लेकर आवासीय स्तर पर इसकी व्यवस्था की जानी है और इस दिशा में कार्य किया जा रहा है.अप्रैल या मई माह से शुरू हो सकती है सुविधा
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने संभावना जतायी कि इस अप्रैल या मई माह से यह शुरू हो जाए ताकि सरकारी स्कूलों के भी बच्चे आइआइटी और मेडिकल में ज्यादा से ज्यादा जा सकें. इसे अब घर के अलावा आवासीय सुविधाओं के साथ भी जोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि स्कूलों में रूटीन क्लासेस के अलावा सप्लीमेंट क्लासेस के तौर पर लाइव क्लास ने अबतक लगभग 3 हजार घंटे पूरे कर लिए हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि 3 करोड़ की राशि इजुकेशन के क्षेत्र में पुरस्कार के रूप में जिले को मिले हैं जिसे इसी क्षेत्र में लगाया जाएगा.किलकारी से जोड़े गये हैं छोटे बच्चे
बच्चों के लिए किलकारी के सम्बन्ध चर्चा करते हुए उन्होंने कहा जिस प्रकार छोटे बच्चों को किलकारी से जोड़ा गया है उसे भी आगे बढ़ाना है उसे और भी डेवलप किया जाएगा. फिलहाल 23 अलग अलग तरीके से बच्चों को मौक़ा दिया जा रहा है इसे भी इम्प्रूव किया जाएगा. इसके लिए अलग से बिल्डिंग लिए जायेंगे और छोटे बच्चों को साउंडप्रूफ रिकार्डिंग स्टूडियो और अन्य तकनीकी रूम तैयार कर उन्हें नयी तकनीकों के बारे में जानकारियां देने का प्रयास किया जाएगा. यानि छोटे बच्चों से लेकर युवावस्था तक के लिए एक प्लान तैयार किया गया है ताकि उनका समग्र विकास आसानी से हो सके.राज्य स्तरीय लोकनृत्य 27 से
डीएम ने कहा कि आगामी 27 और 28 मार्च को किलकारी के बच्चों के लिए राज्य स्तरीय लोकनृत्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरे प्रमंडल से लगभग 200 बच्चों के भाग लेने की संभावना है वही इसमें पूरे राज्य के अन्य जिलों से भी बच्चे आयेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है