संवाद कार्यक्रम में अबतक एक लाख 30 हजार से अधिक महिलाओं ने लिया हिस्सा पूर्णिया. जिले के सभी प्रखंडों में नियमित रूप से घूम रहे महिला संवाद रथ अपने आयोजनों के द्वारा लोगों की आकांक्षाओं को जानने का केंद्र बन गया है. ग्रामीण विकास विभाग की पहल पर जिले के सभी प्रखंडों में 18 अप्रैल से लगातार महिला संवाद का आयोजन हो रहा है. प्रत्येक वाहन से दिन के दो सत्रों में संवाद आयोजित किये जा रहे हैं. दैनिक रूप से लगातार हो रहे इस आयोजन के केंद्र में जीविका का ग्राम संगठन है. सरकार की महिला सशक्तीकरण से सम्बंधित योजनाओं की जानकारी से भरा 50 मिनट की वीडियो फिल्म वाहन में लगे एलइडी स्क्रीन के माध्यम से दिखाया जा रहा है. आयोजन में भाग ले रही जीविका स्वयं सहायता समूह की दीदियों के अतिरिक्त आम जन को भी लीफलेट के माध्यम से सरकार की महिला सशक्तीकरण से संबंधित 31 से अधिक योजनाओं की जानकारी दी जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राज्य की महिलाओं के नाम संदेश पत्र भी वितरित किया जा रहा है. इन सभी गतिविधियों के पीछे सरकार की मंशा स्पष्ट है कि पिछले दो दशक से महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य से सरकार के द्वारा जो कदम उठाये गये हैं, धरातल पर उनका वास्तविक असर क्या है. संवाद कार्यक्रम में गांव के विभिन्न वर्गों की महिलाएं जिसमें शिक्षिका, नर्स, आगनबाडी सेविका, महिला पुलिस, पंचायती राज संस्थान में चयनित महिलायें, सफल महिला उद्यमी और जीविका दीदियां शामिल हैं. इन संवाद कार्यक्रम में व्यक्तिगत आकांक्षाओं से अधिक सामूहिक आकांक्षाएं दर्ज की जा रही हैं. अब तक कुल 651 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन हो चुका है. एक लाख 30 हजार से अधिक महिलाएं इसमें भाग ले चुकी हैं. 10 हजार से अधिक महिलाओं ने अपने परिवार तथा गांव के उत्तरोत्तर विकास के लिए आकांक्षाओं के रूप में अपनी मांग दर्ज कराई हैं. महिला संवाद कार्यक्रम जून के मध्य तक लगातार चलते हुए जीविका के 2424 ग्राम संगठनों में संपन्न किया जायेगा.
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