– कोई नामांकन शुरू करने तो कोई रद्द करने की कर रहा मांग – पुन: मूल्यांकन कराये जाने के बाद भी उलझन में है विवि पूर्णिया. पैट 2023 को लेकर एक ओर जहां पूर्णिया विवि उलझन को सुलझाने और सकारात्मक निष्पादन करने का रास्ता ढूंढ रहा है तो वहीं दूसरी ओर विभिन्न संगठनों के छात्र नेताओं में भी एकमत का अभाव है. पिछले एक हफ्ते में पैट 2023 को लेकर छात्र नेताओं की अलग-अलग राय सामने आयी है. छात्र नेताओं का एक वर्ग जहां नामांकन लेने की बात कर रहा है तो एक वर्ग ऐसा भी है जो पैट 2023 को रद्द कराने के लिए पूरा जोर लगा रहा है. वहीं बीते 25 अप्रैल की वार्ता में शामिल छात्र नेता पूर्व के परीक्षाफल और संशोधित परीक्षाफल दोनों में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का साक्षात्कार दोबारा कराये जाने के पक्ष में नहीं हैं. इस बीच, छात्र नेता आपस में दोषारोपण पर भी उतारू हो गये हैं. छात्र नेता सौरभ कुमार ने आरोप लगाया कि कई छात्र नेता छात्र राजनीति की आड़ में पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन पर गलत दबाव कायम कर रहे हैं. यह भी आरोप लगाया कि ये छात्र नेता पूर्व के परीक्षा नियंत्रक के इशारे पर सबकुछ कर रहे हैं. छात्र नेता सौरभ कुमार का आरोप है कि निजी स्वार्थ में कुछ छात्र नेता पीजी परीक्षा परिणाम को भी विवाद में ला रहे हैं. इधर, बनमनखी अनुमंडल के बामसेफ प्रभारी मनीष कुमार ने मांग की है कि पैट 2023 का पुनःआयोजन करवाया जाये. इससे पहले पैट अभ्यर्थी व छात्र नेता संभव कुमार उर्फ अंकुर यादव के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने वीसी को ज्ञापन सौंपकर पैट 2023 में नामांकन प्रारंभ करने की मांग की है. जबकि पैट अभ्यर्थी व छात्र नेता राजा कुमार पर पूर्णिया विवि की ओर से कानूनी कार्रवाई की गयी है. इन सबके बाद भी पैट 2023 को लेकर स्थिति अस्पष्ट है. आगामी दिनों में पूर्णिया विवि की ओर से उठाये जानेवाले कदमों से ही पता चल पायेगा कि पैट 2023 का निष्पादन कब और किस रूप में होगा.
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