पूर्णिया. दो मार्च को पटना में भाकपा माले के बदलो बिहार महाजुटान में पूर्णिया से चार हजार से अधिक कार्यकर्ता भाग लेंगे. कार्यकर्ता का पहला जत्था शुक्रवार को पटना केलिए रवाना हो गया जबकि दूसरा जत्था 01 मार्च को रवाना होगा. यह महाजुटान बिहार मे दो दशक से सत्ता में रही भाजपा-जदयू की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए किया गया है. भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य इस्लाम उद्दीन ने कहा कि भूमिहीन गरीबो को पांच डिसमिल जमीन देने की घोषणा की गयी थी जो अबतक पूरा नही हो पाया. लघु उद्यमी योजना के तहत सभी महागरीब परिवार को 2-2 लाख रुपये उद्योग धंधा के लिए देने का वादा किया गया था जो अभीतक पूरा नही हुआ. बिहार से मजदूरो का पलायन जारी है. उच्च शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केलिए पलायन जारी है. आखिर बिहार का कैसा विकास हुआ? बिहार मे मंहगाई, बेरोज़गारी, अपराधिक करण, सांप्रदायिक करण और अनाप-शनाप टैक्स बढा है. जीविका ,आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका ,सहायका, रसोइया दीदी सबको सम्मानजनक वेतन नहीं मिल रहा है. इसलिये इस सरकार को 2025 में सत्ता से उखाड फेंकने के लिए यह सम्मेलन जरूरी है.
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