कांग्रेस नेता कुमार आदित्य ने उठाया सवाल
पूर्णिया. सीमा सुरक्षा बल के कैंप के लिए जिस जमीन पर प्रधानमंत्री की सभा होने वाली है, उस जमीन का मुआवजा अब तक किसानों को नहीं मिला है. इस संबंध में कांग्रेस नेता कुमार आदित्य ने कहा कि 15 सितंबर को प्रधानमंत्री सिकंदरपुर पंचायत के शीशाबाड़ी में जनसभा करेंगे. जहां जनसभा किया जा रहा है, वहां का 37 एकड़ जमीन 80 किसानों से खरीदा गया है. यह खरीदारी 10 वर्ष पूर्व 2014 में हुई थी. लेकिन अब तक इसका मुआवजा किसानों को नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण होने के बाद भी उचित मुआवजा नहीं दिया गया. जबकि प्रधानमंत्री खुद को किसानों का हितैषी बताते हैं. मुआवजे के लिए गरीब किसान दर दर भटक रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी किसान निम्न मध्यम वर्गीय आय वाले हैं. सरकार द्वारा तय मुआवजा न तो पर्याप्त था और न ही न्याय संगत. इसलिए किसानों ने न्याय और अपने वैध अधिकारों के आधार पर इसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया. आज यह भूमि खाली पड़ा हुआ है, इस पर कोई निर्माण प्रारंभ नहीं हुआ है. जबकि किसानों की समस्या अनसुलझी पड़ी है. यह दुखद है कि सरकार ने न तो बातचीत की, न कोई समाधान खोजने का प्रयास किया. फिर भी वहीं सरकार बिना किसानों को विश्वास में लिए अधिग्रहित भूमि पर प्रधानमंत्री की जनसभा करवा रही है. यह किसानों की पीड़ा के प्रति उपेक्षा और असंवेदनशीलता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री यहां पहले भी आते रहे हैं लेकिन इस तरह सरकारी मशीनरियों का दुरुपयोग एवं पैसों काअपव्यय नहीं हुआ. कांग्रेस नेता के साथ एक दर्जन किसान भी मौजूद थे. इनमें मो नेयर आलम, मो रफीकुल आलम, मो शहनवाज, अकबर आलम, मो फिरोज आलम, मोआसिफ रेजा, मो.अनवारूल आदि ने अपनी व्यथा सुनायी. इन्होंने जिला प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

