निर्माण हो जाने पर बरसात के मौसम में नहीं रहेगा जलजमाव का संकट
शहरवासियों को उपलब्ध करायी जाएगी पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था
निर्माण पूरा होने पर शहर में सुलभ हो जाएगी साफ-सफाई की सुविधा
पूर्णिया. पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र में अब बहुत जल्द स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम साकार होगा. प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजनांतर्गत 87 करोड़ 46 लाख की योजना की आधारशिला रखी थी. इसके निर्माण की विभागीय कवायद पूर्णिया में तेज हो गयी है. समझा जाता है कि नये साल से शहरी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या नहीं रहेगी. इस योजना के जरिये बाद शहरी क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त करने तथा बेहतर पानी की निकासी की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजनांतर्गत नाला निर्माण होने से पूर्णिया शहरी क्षेत्र में बरसात के समय पानी जमा नहीं होगा. इतना ही नहीं, इससे शहर में बेहतर साफ-सफाई की सुविधा भी सुलभ होगी.गौरतलब है कि पूर्णिया में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम एक जरूरी और बहुप्रतीक्षित परियोजना है. मुख्यमंत्री ने पूर्णिया में अपनी प्रगति यात्रा के दौरान स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम की आधारशिला रखी थी. चुनाव की प्रक्रिया खत्म होने के साथ नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा पहल शुरू कर दी गयी है. आवास विभाग की इस पहल पर निर्माण का काम बुडको को दिया है और बुडको ने कार्य शुरू भी कर दिया है. जानकारी के अनुसार, पहले चरण में निर्माण के लिए शहर के कुल पांच स्थलों का चयन किया गया है. इसमें दो स्थल क्रमश: चूनापुर रोड और माधोपाड़ा में काम शुरू कर दिया गया है. शहर के अन्य इलाकों में भी क्रमवार रूप से निर्माण कार्य किया जाना है. यह उम्मीद की जा रही है कि नये साल में इस योजना का काम पूरा कर लिया जाएगा. नगर विकास एवं आवास विभाग की गाइडलाइन पर बुडको इस योजना को बहुत जल्द पूरा करेगा. वैसे, आधिकारिक तौर पर लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है.
जलजमाव से मिलेगी मुक्ति, ओवरफ्लो का संकट भी नहीं
स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम के तहत शहर में जगह-जगह नाला का निर्माण कर जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. इससे एक तरफ जहां जलजमाव की समस्या से मुक्ति मिलेगी वहीं दूसरी तरफ नाले से ओवरफ्लो का संकट भी नहीं रहेगा. जानकार बताते हैं कि स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम सड़क किनारे अंडर ग्राउंड नाला का निर्माण किया जाता है. इसमें सीवरेज से अलग मुहल्लों में सड़कों के साथ-साथ अंडर ग्राउंड नाले बनाए जाते हैं. इसका लेवल इस तरह से तैयार किया जाता है, जिसमें तेजी से बारिश के पानी की निकासी हो सके और ओवरफ्लो की गुंजाइश न रहे. योजना के तहत निकासी हुए पानी को कहीं पर डिस्पोजल किया जा सकता है. जानकारों ने बताया कि योजना के पूर्ण होने के बाद शहर में कहीं भी जल जमाव की समस्या नहीं होगी क्योंकि मुख्य नाला से मुहल्लों के नाले की कनेक्टिविटी बनी रहेगी.स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम निश्चित रूप से पूर्णिया के लिए लाभदायक रहेगा क्योंकि बरसात के मौसम में जलजमाव जैसी कोई समस्या नहीं रहेगी. प्रथम चरण के पांच में से दो नाला का काम बुडको द्वारा शुरू कर दिया गया है, लेकिन कार्य धीमा चल रहा है. इसके लिए विभाग को पत्र लिखा गया है, जिसमें काम शीघ्र पूरा करने को कहा गया है.
कुमार मंगलम, नगर आयुक्त, पूर्णिया
बोलते हैं आंकड़े
87 करोड़ 46 लाख की है योजनाप्रथम चरण में किया जाना है 05 नाला का निर्माणअलग-अलग शुरू है 02 नाला निर्माण का काम
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