डेंगू दिवस पर लोगों को किया गया जागरूक
पूर्णिया. डेंगू दिवस के मौके पर शुक्रवार को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों ने डेंगू से सुरक्षित रहने, संभावित मरीजों की जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराने और सामान्य लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया गया. इस मौके पर जिला वेक्टर बोर्न नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ आरपी मंडल ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस का थीम डेंगू की रोकथाम के लिए हमें जल्दी रिएक्ट करना चाहिए साथ ही वातावरण को साफ और हेल्दी रखना चाहिए रखा गया है. उन्होंने बताया कि डेंगू की बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है इसमें मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं. अगर प्लेटलेट्स बेहद कम हो जाए तो इससे मरीज की मौत भी हो सकती है.मानसून के आते ही बढ़ने लगते हैं डेंगू के मामले
डेंगू के मामले मानसून के शूरू होने के बाद से ही सामने आने लगते हैं. डॉ आरपी मंडल ने कहा कि डेंगू का लार्वा सात दिन या उससे अधिक ठहरे हुए साफ पानी में ही पनपता है ऐसी सूरत में लापरवाही बरतने पर डेंगू फैलने की आशंका काफ़ी बढ़ जाती है. डेंगू वायरस मच्छर दिन में काटता है. डेंगू बुखार एडीज एजिप्टी मच्छर जनित वायरल संक्रमण है, जो जल्दी किसी भी व्यक्ति खास कर बच्चों में बहुत ही जल्दी फैलता है.सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चलाया गया जागरूकता अभियान
रवि नंदन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर जिला मलेरिया नियंत्रण कार्यालय में स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों के बीच अपील कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में भी जागरूकता अभियान चलाया गया है. उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम आते ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है. वहीं मॉनसून के मौसम में मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है. जगह- जगह गड्ढों में पानी भरने और गंदगी के कारण तेजी के साथ मच्छर पनपते हैं. मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया सहित कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए सभी को इस मामले में स्वच्छता और जागरूकता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है