जानकीनगर . बनमनखी चीनी मिल के नजदीक महर्षि मेंही सत्संग मंदिर के सामने वार्ड नंबर 15 में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथावाचक आचार्य गिरीशानंद जी महाराज ने कहा कि शास्त्रों के अभाव में अंधा हुआ मनुष्य को कर्तव्य और कर्तव्य का बोध नहीं है . हमारे पास साधनों की कमी नहीं है लेकिन हमारे पास जीने की कला का अत्यंत अभाव है क्योंकि हमने अपने शास्त्रों का त्याग कर दिया है. कथा में परीक्षित जन्म, कलयुग समन, वाराह अवतार पर विशेष प्रकाश डाला गया. श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में सुलोचना देवी,राजेश्वर मंडल कथा , सुशील कुमार आर्य, आदि तत्पर रहे. कथा का आयोजन 31 अक्टूबर तक किया जाएगा.
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