पूर्णिया. भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों के एक दल ने कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत अंगीकृत पूर्णिया पूर्व प्रखंड के डिमिया छतरजान गांव का भ्रमण किया. इसमें कृषक-वैज्ञानिक संवाद सहित मशरूम उत्पादन के पूर्व प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा लगाये गये मशरूमों का अवलोकन भी किया गया. मशरूम बैगों की जांच करते हुए डॉ. अनुपम कुमारी ने नमी की अधिकता को देखते हुए मशरूम के कुछ बैगों पर चढ़े पॉलीथीन बैग को हटाने का सुझाव किसानों को दिया. कुछ मशरूम बैगों में मशरूम के फलन आ जाने पर महिला किसानों का उत्साहवर्द्धन भी वैज्ञानिकों द्वारा किया गया. इस अवसर पर किसान चौपाल का भी आयोजन किया गया और सम सामयिक सब्जियों से जुड़ी विभिन्न रोग एवं ब्याधियों एवं आम में लगने वाले रोगों एवं ब्याधियों से जुड़े विविध समस्याओं का समाधान वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को बताया गया. वैज्ञानिकों के दल द्वारा किसानों के प्लाट पर जाकर वहां पर लगे सब्जियों यथा भिंडी, लौकी, मिर्चा, लाल साग, एवं हरे साग का भी निरीक्षण किया तथा यथोचित सुझाव दिया. गांव के अन्य किसानों ने अपने खेतों में लगे मखाना को भी दिखाया जिसका सभी वैज्ञानिकों ने प्रशंसा की. इस भ्रमण में सहायक प्राध्यापक-सह-कनीय वैज्ञानिक डॉ. मणिभूषण ठाकुर, डॉ नरेन्द्र कुमार शर्मा, डॉ. अनुपम कुमारी, डॉ आशीष चौरसिया, डॉ शुभ लक्ष्मी के अलावा ईएलपी के छात्र एवं छात्राएं तथा 15 महिला किसान एवं पांच पुरूष किसानों ने सक्रिय रूप से भाग लिया.
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