दधीचि देहदान समिति ने गुलाबबाग में कराया मरणोपरांत 16 वां नेत्रदान पूर्णिया. साल 2024 के पहले तक जहां जिलेवासी नेत्रदान की बात सुनकर ही बगलें झांकने लगते थे, आज वहीं करीब एक सालभर के भीतर नेत्रदान के प्रति लोगों की सोच में न केवल बदलाव आया है बल्कि जिले के रहवासी अब इसकी अहमियत को भी समझने लगे हैं. इसी का नतीजा है कि बीते एक साल में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक नेत्रदान ने रफ्तार पकड़ ली है. लोग अब मृत्यु के उपरांत नेत्रदान कराने के लिए आगे आने लगे हैं और स्वेच्छा से स्वजनों के नेत्रों का दान करा रहे हैं. दरअसल, दधीचि देहदान समिति के सदस्य लगातार शहर में नेत्रदान को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं. फलस्वरूप बीते 12 महीनों में 16 लोगों का मृत्यु के उपरांत नेत्रदान कराया जा चुका है. बीते मंगलवारकी शाम दधीचि देहदान समिति और लायंस क्लब ऑफ पूर्णिया ने मिलकर शहर के गुलाबबाग में 16वां नेत्रदान कराया. समिति के सदस्यों ने गुलाबबाग बागेश्वरी रोड स्थिति त्रिलोक चंद संचेती का नेत्रदान कराया. त्रिलोकचंद संचेती का नेत्रदान उनकी धर्मपत्नी गिन्नी देवी संचेती, पुत्र अनिल, सुनील, विनीत संचेती पुत्रवधू सुमन, कल्पना, खुशबू संचेती पौत्र व पौत्री प्रवीण, पल्लवी, अभिषेक, वेषणवी ने कराया. सनद रहे कि त्रिलोकचंद संचेती का नेत्रदान कटिहार से आई मेडिकल टीम द्वारा कराया गया. मेडिकल कॉलेज से पहुंची डॉक्टरों की टीम ने डॉ. अतुल के नेतृत्व में कॉर्निया डोनेशन करायागया. आई डोनेशन कराने वाली मेडिकल टीम में डॉ. डॉ मासूम व डॉ अभिनव भी शामिल थे. नेत्रदान के दौरान दधीचि देहदान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ. एके गुप्ता, जिलाध्यक्ष हेना सईद सचिव रविंद्र कुमार साह के अलावा लायंस क्बल पूर्णिया के लायन नेमचंद बैंद, लायन संजय संचेती, लायन रूपेश डुंगरवाल लायन पीयूष केडिया, संजय केडिया एवं सुरेंद्र गिरिया, प्रेम जी यश संचेती अन्य लोग उपस्थिति थे.
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