पूर्णिया : इनदिनों सूर्यदेव अपना रौद्र रूप दिखा रहा है. मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. जबकि न्यूनतम तापमान 25.03 डिग्री सेल्सियस रहा. धूप में उमस रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी उठाना पड़ा.धूप व गर्मी के कारण लोग डायरिया से ग्रसित हो रहे है.
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गर्मी से राहत मिलने के आसार अभी नहीं, फैनी तूफान को लेकर सीमांचल हाइ अलर्ट पर
पूर्णिया : इनदिनों सूर्यदेव अपना रौद्र रूप दिखा रहा है. मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. जबकि न्यूनतम तापमान 25.03 डिग्री सेल्सियस रहा. धूप में उमस रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी उठाना पड़ा.धूप व गर्मी के कारण लोग डायरिया से ग्रसित हो रहे है. मंगलवार को जिले […]
मंगलवार को जिले के विभिन्न इलाकों के कुल 23 डायरिया के मरीज भर्ती पाये गये. गर्मी का कहर अभी ही शांत नहीं होगा.अगले एक सप्ताह तक कहर बरपायेगी. वहीं दूसरी ओर फैनी भी सीमांचल में फन उठाने पर आमादा है. लिहाजा 01 व 02 मई को हल्की बारिश व तेज हवा बहने की संभावना है.
फैनी सीमांचल में भी मचा सकती है तबाही
मौसम विभाग की माने तो फैनी तुफान साउथ में तबाही मचाते हुए पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वोत्तर के रास्ते सीमांचल में प्रवेश कर रहा है. बुधवार व गुरुवार को हल्की बारिश के साथ तेज हवा बहने की संभावना है.
फैनी का प्रभाव सीमांचल के चारों जिले अररिया, किशनगंज, कटिहार व पूर्णिया में रहेगा. मौसम विभाग ने संभावना जताया है कि फैनी तूफान से सीमांचल में नहीं के बराबर ही नूकसान पहुंचने की संभावना है.इसके बावजूद लोग अभी से ही एहतियात बरत रहे है. इस तूफान से किसानों को भी नहीं के बराबर क्षति पहुंचने की संभावना है.
20 अप्रैल रहा सबसे गर्म दिन
मंगलवार की सुबह तापमान 25.03 डिग्री था, जैसे जैसे समय बढ़ता गया, वैसे वैसे मौसम का पारा फिसल कर 1.30 तक 34. 00 तक पहुंच गया. लोग गर्मी से परेशान होते रहे.यहां उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह में सर्वाधिक गर्म दिन 20 अप्रैल को कहा जा सकता है. इसदिन तापमान 40.06 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.वहीं आने वाले सप्ताह में गर्मी और भी बढ़ने की संभावना है.
फैनी तुफान के कारण 01 मई व 02 मई को पारा 34 से 36 डिग्री के बीच रहने की संभावना मौसम विभाग बता रही है. वहीं 03 मई से 07 मई तक मौसम का तापमान उछाल मारते हुए 38 से 39 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है.
पानी का करें अधिक इस्तेमाल
सदर अस्पताल चिकित्सक डॉ विभाष कुमार झा बताते हैं कि डायरिया में बेहतर होगा कि ठोस आहार जैसे रोटी, दाल, चावल खाने की बजाय तरल चीजों का सेवन ज्यादा किया जाए. कम तेल-मसाले वाली सब्जियां खाई जाएं. एक साथ पेट भरकर खाना खाने की जगह थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाएं. दही-छाछ भुना हुआ जीरा-हींग और काला नमक डाल कर उसका सेवन करें.
इससे पाचन क्षमता सही रहेगी.आम का पना और नींबू पानी भी रोज पीना चाहिए. इसमें मौजूद विटामिन-सी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. रात में भारी खाना कतई नहीं खाएं. हो सके तो सूप और जूस पिएं. कटे हुए फलों में संक्रमण का खतरा रहता है. ताजे फल-सब्जी को धोकर ही खाएं.
पिछले वर्ष 23 अप्रैल को सूर्य हुआ था उग्र
मौसम विभाग की माने तो इस वर्ष की तुलना में पिछले वर्ष 23 अप्रैल को अप्रैल माह का सर्वाधिक गर्मी वाला दिन के रूप में याद किया जायेगा. इस दिन सूर्यदेव ने गजब का रौद्र रूप धारण किया था. इस दिन पारा37.08 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. लोग गर्मी से काफी परेशान थे.
जबकि 2018 में आज के दिन यानी 30अप्रैल को न्यूनतम तापमान 18.00 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 29.02डिग्री सेल्सियस मापा गया था.पिछले साल 30 अप्रैल को भीषण बारिश के कारण वज्रपात हुआ था, इसलिए यह दिन नार्मल था.
बचाव के तरीके
कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचें.
-सुबह-शाम ही घूमें.
दोपहर में निकलें तो सिर और कान को कपड़े से ढक लें.
धूप में छाते-टोपी का इस्तेमाल करें.
सफर में खूब पानी पिएं, ध्यान रहे पानी प्रदूषित न हो.
नमक-चीनी का घोल साथ रखें और बीच-बीच में सेवन करें.
यात्रा में खाने-पीने का समय सही रखें.
तरल पेय व फल अधिक लें.
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