Prashant Kishor: मंत्री अशोक चौधरी ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है. इस पर प्रशांत किशोर (पीके) की प्रतिक्रिया आई है. मंगलवार (03 जून, 2025) को पत्रकारों से बातचीत में पीके ने कहा कि हमको मानहानि, मुकदमा और एफआईआर से डराने वाला कोई पैदा नहीं लिया है.
डंके की चोट पर चला रहे अभियान: पीके
उन्होंने कहा कि आप जिनका (अशोक चौधरी) नाम ले रहे हैं वो जितनी बार चाहें उतनी बार मानहानि कर दें, जाकर एफआईआर कर दें. प्रशांत किशोर किसी से डरने वाला दिखता है? हम कोई बालू माफिया हैं? हम शराब का धंधा करते हैं? किसी सरकारी पद पर हैं? डंके की चोट पर तीन साल से बिहार में अभियान चला रहे हैं और देख लीजिए आपके सामने आए हैं, एक भी हवलदार भी हमारे साथ नहीं है. जिस बिहार में मुखिया बनने के बाद सुरक्षा के नाम पर चार गनमैन लेकर घूमता है, उसी बिहार में तीन साल से पैदल चल रहे हैं और हमको एक भी कुत्ता नहीं काटा.
कोई नहीं बोल सकता कि हमने कुछ गलत किया है
प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी मैदान से इसी सरकार ने हमको गिरफ्तार करने के लिए अंधेरे में उठा लिया था. 20 थाने के लोग हमको मिलकर गिरफ्तार करने गए थे. कोर्ट में लेकर गए. क्या हुआ? उसी दिन डर के मारे छोड़ दिया. कोई बिहार में खड़ा होकर नहीं कह सकता है कि प्रशांत किशोर ने एक रुपया भी किसी से लिया है. कोई नहीं कह सकता है कि हमने कुछ गलत किया हो, कोई नहीं कह सकता है कि हम जाकर किसी के साथ गाली-गलौज कर रहे हैं.
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जो सच है वो कहेंगे
उन्होंने आगे कहा कि, हमने कहा कि बीपीएससी से नौकरी बेची जा रही है. उन लोगों ने भी कहा था कि मानहानि का मुकदमा करेंगे. नोटिस भेजा. हिम्मत हुई मानहानि का केस करने का? कौन नहीं जानता है कि यहां सरकारी नौकरी बिकती है. यह कहने पर अगर मुकदमा होने लगे तो सारे पत्रकारों पर मानहानि का मुकदमा होने लगेगा. पत्रकारों ने सवाल किया कि आप अपनी बात पर कायम हैं कि अशोक चौधरी की बेटी को पैसा देकर टिकट लिया गया था? इस पर पीके ने कहा कि इस बात की बिहार में सरेआम चर्चा है. ये प्रशांत किशोर को कहने की जरूरत नहीं है.
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