-क्लैट में पांच साल बाद बिहार का दबदबा
-यूजी-पीजी में टॉप 100 में तीन स्टूडेंट्स ने बनायी जगहसंवाददाता, पटना
कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (सीएनएलयू) ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) 2026 का रिजल्ट जारी कर दिया है. रिजल्ट वेबसाइट https://consortiumofnlus.ac.in/clat-2026/ पर जाकर देख सकते हैं. साथ ही अपना स्कोरकार्ड भी चेक कर सकते हैं. परीक्षा सात दिसंबर को आयोजित की गयी थी. परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक भारत के 25 राज्यों के 156 केंद्रों पर आयोजित की गयी. इसमें लॉ प्रेप ट्यूटोरियल पटना के यशवर्धन ने ऑल इंडिया रैंक 26 प्राप्त किया व बिहार के साथ-साथ इस्ट जोन के भी टॉपर बने. उन्हें 107.75 अंक प्राप्त हुआ है. वहीं, बिहार में दूसरा स्थान करणदत्त को प्राप्त हआ है. अन्य स्टूडेंट्स जिन्होंने अपनी जगह टॉप थ्री नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में बनायी है उनमें संस्थान के परिधि श्रेष्ठा, रुद्रवीर, तथागत, जिया, चैतन्य, शिवांगी, शिवाली, राज, शानवी, नित्या, सिद्धार्थ, दिया, आरव, देवेंद्र, साक्षी सिंह, हर्ष, शुभांग, शनभी कश्यप, कौस्तुबी, सान्वी, राज नंदिनी, अलका, शिवांश, सुंदरम, अद्विका, जहरा, अदिति नयन, स्मृति, पीयूष, अक्षिता व अन्य स्टूडेंट्स शामिल हैं.बिहार से 70 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने पायी सफलता
क्लैट यूजी व पीजी में भी बिहार के स्टूडेंट्स का दबदबा रहा है. क्लैट पीजी में भी टॉप 100 में दो स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है. क्लैट में शामिल होने के लिए बिहार से 5434 स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरा था, लेकिन परीक्षा में 5308 परीक्षार्थी ही शामिल हो सकें. इसमें से 70 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट्स ने सफलता पायी है. यूजी (पांच वर्षीय एलएलबी) के लिए 5010 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन परीक्षा में 4909 परीक्षार्थी शामिल हुए. यूजी में सफलता का प्रतिशत 70 रहा. वहीं, पीजी (एलएलएम) के लिए 424 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन परीक्षा में 399 परीक्षार्थी ही शामिल हुए. पीजी में सफलता का प्रतिशत लगभग 72 रहा. इस बार बिहार का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है.छह से सात घंटे प्रतिदिन पढ़ाई की : यशवर्धन
यशवर्धन ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से छह से सात घंटे की पढ़ाई प्रत्येक दिन कर रहा था. इसके बाद क्लैट में बेहतर अंक प्राप्त किया. उनके पिता को-ऑपरेटिव बैंक पटना में कार्यरत हैं और माता गृहिणी हैं. उन्होंने बताया कि करीब 100 से अधिक मॉक टेस्ट सिलेबस खत्म किया. करंट अफेयर्स का हर रोज अभ्यास करता रहा. कमजोर विषय पर फोकस किया. लॉ प्रेप पटना द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करता रहा. मैं अपनी सफलता का श्रेय संस्था के सभी शिक्षक व अपने माता-पिता और लॉ प्रेप पटना को देना चाहता हूं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

