संवाददाता, पटना:
सिंगल प्लेयर से टीम बनकर खेलने लगी
नाबालिग पबजी खेलने की शौकीन थी. गेम खेलने के दौरान उसका परिचय हरियाणा में रहने वाले युवक शिवम कुमार से हुई. दोनों ने एक ही टीम में खेलना शुरू किया, धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और यह रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़कर प्यार में बदल गया. नाबालिग रोज युवक से चैट, कॉल और वीडियो पर बातचीत करने लगी. इस बात की जानकारी जब परिवार को हुई तो घर में लड़की ने जमकर हंगामा किया और घरवालों के विरोध के बावजूद वह युवक से मिलने पटना पहुंच गयी.
गेम में किल और विनर जैसे शब्द से बच्चे हो रहे आक्रामक
ऑनलाइन गेम पबजी ने बच्चों और किशोरों पर गहरा असर डाला है. स्कूल से लौटने के बाद बच्चे अब मैदान में नहीं, बल्कि मोबाइल स्क्रीन पर दुश्मनों से लड़ाई में व्यस्त रहते हैं. 10 से 18 साल के बच्चों में यह गेम इतनी तेजी से लोकप्रिय हुआ कि कई अपनी पढ़ाई, नींद और व्यवहार तक को भूल बैठे हैं. लगातार गेम खेलने से बच्चों में गुस्सा, चिड़चिड़ापन, नींद की कमी, और सामाजिक दूरी बढ़ रही है. गेम में किल और विनर जैसे शब्द दिमाग में हिंसा की भावना बढ़ा रहे हैं.
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