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बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में 25 प्रतिशत तक युवाओं की होती है मौत

- स्कूल-काॅलेज के छात्र -छात्राओं से लिया जायेगा शपथ पत्रसंवाददाता, पटनापरिवहन विभाग के आंकड़ों को देखें, तो प्रतिवर्ष देश में लगभग 4.50 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें करीब 1.50 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. इसमें 50 फीसदी मौतें युवाओं की है. वहीं,बिहार की समीक्षा में इन आकडों से थोड़ी कमी है. विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि बिहार में होने वाले सड़क हादसों में 25 प्रतिशत युवाओं की मौत होती है़

– स्कूल-काॅलेज के छात्र -छात्राओं से लिया जायेगा शपथ पत्र संवाददाता, पटना परिवहन विभाग के आंकड़ों को देखें, तो प्रतिवर्ष देश में लगभग 4.50 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें करीब 1.50 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. इसमें 50 फीसदी मौतें युवाओं की है. वहीं,बिहार की समीक्षा में इन आकडों से थोड़ी कमी है. विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि बिहार में होने वाले सड़क हादसों में 25 प्रतिशत युवाओं की मौत होती है, जिनमें अधिकतर दुर्घटनाएं गलत तरीके से वाहन चलाने और यातायात नियमों का पालन नहीं करने के कारण हो रही हैं. समीक्षा में इन बातों का भी हुआ खुलासा विभागीय समीक्षा में सड़क दुर्घटना रोकने में पथ निर्माण, एनएचएआइ और ग्रामीण कार्य विभाग की लापरवाही सामने आयी है.इन तीनों विभागों ने सड़क बनाने में सड़क सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा. सड़कों के किनारे लोगों की सुरक्षा से संबंधित चेतावनी नहीं लिखी गयी है. इस कारण सफर के दौरान लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. युवाओं को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए किया जायेगा प्रशिक्षित बिहार में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत युवाओं को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जायेगा. उन्हें सड़क सुरक्षा के नियमों एवं प्रावधानों से अवगत कराया जायेगा. वाहन चलाते समय यातायात नियमों की अनदेखी एवं लापरवाही से अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.सड़क दुर्घटनाओं एवं उसके फलस्वरूप मृत्यु में कमी लाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है. छात्र-छात्राएं सहित अन्य लोग लेंगे सड़क सुरक्षा का शपथ परिवहन विभाग ने सभी डीटीओ एवं एमवीआइ को दिशा-निर्देश दिया है कि अब यातायात नियमों का पालन करने के लिए स्कूल- कॉलेज के छात्र-छात्राएं को सामूहिक रूप से शपथ पत्र भरवाएं. इसके लिए विभिन्न संस्थानों में समारोह आयोजित किया जाये. जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से सरकारी एवं निजी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पैरेंट्स- टीचर मीट के दौरान अभिभावकों के द्वारा यातायात नियमों के अनुपालन के लिए हस्ताक्षरित शपथ पत्र लेने का दिशा-निर्देश दिया गया है. सड़कों पर यह है कमियां , इन कारणों से हो रही है दुर्घटनाएं – सड़क निर्माण होने के बाद भी यात्रियों की सुरक्षा के लिए चेतावनी लिखने का काम पूरा नहीं हुआ है – मोड़, ढलान, ऊंचाई, तीखा मोड़, घुमावदार जैसी स्थिति को भी बोर्ड नहीं लगा है – प्रमुख सड़कों के किनारे स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगायी गयी है

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