संवाददाता,पटना : ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ) ने आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) पटना को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से दो नये पीजी कोर्स शुरू करने की स्वीकृति दी है. विश्वविद्यालय को नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी और वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए 24-24 सीटों की मंजूरी मिली है. यह मंजूरी आठ अप्रैल 2025 को जारी पत्र के माध्यम से दी गयी है. इन कोर्सों में विदेशी नागरिकों, एनआरआइ या गल्फ कोटे के तहत किसी तरह की सीटें आरक्षित नहीं होंगी. एआइसीटीइ ने विश्वविद्यालय को शर्तों के साथ मंजूरी दी है, जिसमें संस्थान को समय पर फैकल्टी नियुक्ति, पारदर्शी प्रवेश प्रक्रिया, निर्धारित शुल्क संरचना का पालन और छात्र-कल्याण से जुड़ी नीतियों को लागू करने की बाध्यता होगी. साथ ही संस्थान को हर वर्ष अद्यतन जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करनी होगी. इडब्ल्यूइस आरक्षण के तहत 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों की व्यवस्था राज्य सरकार की नीति के अनुसार लागू की जायेगी. एकेयू के कुलपति प्रो शरद कुमार यादव ने कहा कि एआइसीटीइ की इस मंजूरी के बाद राज्य के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में उच्चस्तरीय अनुसंधान और अध्ययन के नये अवसर खुलेंगे, विशेषकर पर्यावरणीय और उभरती तकनीकों के क्षेत्र में. एकेयू में आने वाले समय में और भी नये कोर्स की मंजूरी मिलेगी.
नये सत्र से स्कूल ऑफ एस्ट्रोनॉमी और स्टेम सेल प्रौद्योगिकी में भी पीजी की पढ़ाई
कुलपति प्रो शरद कुमार यादव ने कहा कि स्कूल ऑफ एस्ट्रोनॉमी के तहत एक नये स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रम की शुरुआत हो जायेगी. शैक्षणिक सत्र 2025-26 में ही शुरू करने को लेकर तैयारी चल रही है. इस पहल का उद्देश्य अकादमिक प्रस्तावों को समृद्ध करना और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ती रुचि का जवाब देना है. छात्रों की संख्या के आधार पर विभिन्न पाठ्यक्रमों में सीटों की वृद्धि की आवश्यकता और उसके संभावित प्रभाव पर विचार किया जायेगा. स्टेम सेल प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रारंभ करने की प्रक्रिया भी चल रही है.
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