संवाददाता, पटना
राज्यभर में मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत सभी प्रखंडों में बस परिवहन की सुविधा देने के लिए तेजी से काम चल रहा है, ताकि हर गांव को जिले और जिले को राजधानी से जोड़ा जा सके. परिवहन विभाग ने लोगों को सुरक्षित परिवहन की सेवा मिले इसके लिए योजना के तहत बसों को संचालित किया जा रहे है.इसी कड़ी में विभाग ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है कि सभी शहरों में सिटी बसों की संख्या बढ़ायी जाये. वहीं, जिन शहरों में सिटी बसों की सेवा कम है या नहीं है की रिपोर्ट बनायी जायेगी. बिहार में लगभग सवा दो लाख शिक्षकों की नयी बहाली हुई है, जिसमें महिलाओं की संख्या काफी है. इस संख्या को देखते हुए विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें सभी शहरों में बसों का परिचालन कैसे होगा और कौन-कौने से मार्ग पर किया जायेगा, ताकि हर दिन पटना से आसपास के स्कूलों में पढ़ाने जाने वाली महिलाओं को सुरक्षित एवं सुविधाजनक सफर मिल सके. बसों में महिलाओं की संख्या के आधार पर सीटों को आरक्षित किया जायेगा. इसको लेकर जिलों में तैयारी शुरू हो गयी है. परिवहन विभाग ने बिहार के सभी शहरों में सिटी बसों की सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसकी दूरी 30 किलोमीटर के आसपास रहेगी. वर्तमान में पटना में बिहटा, पटना सिटी, फतुहा सहित कई जगहों तक बसों का परिचालन हो रहा है, जिससे लोगों की सुविधाएं बढ़ी हैं. इसी तर्ज पर पटना सहित बाकी जिलों के शहरों से सिटी बसें चलेंगी. आगामी जनवरी से सभी शहरों में बसों की संख्या और मार्ग बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. यह सभी बसें एसी,सीएनजी की होगी. मासिक और सालाना टिकट बनेगा, ऑनलाइन होगी सुविधा : बसों में परिचालन करने वाले लोगों के लिए मासिक और सालाना टिकट बनाया जायेगा. इनके लिए सीटों की संख्या भी रिजर्व रहेगी. टिकट के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की जायेगी, ताकि लोग यात्रा से पूर्व टिकट ले सकें. साथ ही, बसों का ठहराव निश्चित किया जायेगा. जहां-तहां बसों का ठहराव नहीं किया जायेगा.
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