संवाददाता, पटना/जहानाबाद : साइबर बदमाशों ने महाराष्ट्र के पुणे के कबाड़ी व्यवसायी 55 वर्षीय लक्षमण साधु शिंदे को पटना एयरपोर्ट थाना क्षेत्र से अगवा कर लिया और नालंदा के हिलसा में बंधक बना कर रखा. इसके बाद हत्या कर शव को जहानाबाद के घोसी थाने के मननपुर व झुनकी के बीच एनएच 33 के किनारे फेंक दिया. घोसी थाने की पुलिस को शव 12 अप्रैल की सुबह मिला. हालांकि, उस समय शव की पहचान नहीं हो पायी. लेकिन, बाद में इस शव की पहचान लक्षमण साधु शिंदे के रूप में हुई. इधर, इस मामले में पुलिस ने दो को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है. इस केस को सुलझाने के लिए पटना, नालंदा व जहानाबाद की पुलिस लगी हुई है.
एयरपोर्ट थाने में गायब होने की 13 अप्रैल को दी गयी थी जानकारी
उनके गायब होने का केस पटना के एयरपोर्ट थाने में लक्षमण के साले विशाल लवाजी लोखंडे ने 13 अप्रैल को दर्ज कराया था. इसके पूर्व उन्होंने पुणे के कोर्थूड़ थाने में 12 अप्रैल को गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था. इसके बाद पुणे पुलिस के साथ लोखंडे पटना आये और एयरपोर्ट थाने में शिकायत की. उन्होंने पुलिस को यह बताया कि 11 अप्रैल की शाम पांच बजे वह पुणे से विमान से पटना पहुंचे थे और 7:30 बजे पत्नी रत्ना प्रभा शिंदे को जानकारी दी थी. पत्नी ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्होंने यह बताया था कि उनको लेने के लिए शिवराज सागी ने कार भेजी है. उसमें ही बैठ कर झारखंड के कोल इंडिया जा रहे हैं. इसके बाद बात नहीं हुई. पत्नी ने जब दूसरी बार 11 अप्रैल की रात 9:30 बजे कॉल किया, तो किसी दूसरे व्यक्ति ने फोन रिसीव किया और उनके बाथरूम जाने की जानकारी दी. लेकिन, उसके बाद कोई बात नहीं हुई.
साइबर ठगों ने बुलाया था व्यवसायी को पटना
अब तक की जांच के अनुसार साइबर बदमाशों ने उन्हें किसी मित्र के नाम पर झांसे में लेकर पटना बुलाया था. लक्षमण साधु शिंदे 11 अप्रैल को विमान से पटना पहुंचे. इसके बाद ही साइबर बदमाशों ने उन्हें पटना एयरपोर्ट के पास रिसीव किया. साथ ही साइबर बदमाशों ने उन्हें यह बताया कि आपके मित्र ने कार भेजी है. इसके बाद उन्हें नालंदा में एक सुनसान जगह में स्थित घर में ले जाकर बंधक बनाया और मारपीट की. साथ ही परिजनों से पैसा ऐंठने की काेशिश की. परिजनों ने इसकी जानकारी पटना पुलिस को दी और फिर केस दर्ज कर व्यवसायी की खोजबीन शुरू कर दी गयी. इसी दौरान पटना पुलिस को जानकारी मिली कि 12 अप्रैल को एक शव घोसी के मननपुर के पास मिला है. इसके बाद पटना पुलिस की टीम उनके परिजनों को लेकर वहां पहुंची और शव की पहचान की. पुलिस फिलहाल परिजनों से भी पूछताछ कर रही है. अभी यह संभावना जतायी जा रही है कि साइबर बदमाश अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुए, तो उनकी हत्या कर दी. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि अपनी पहचान छिपाने के लिए बदमाशों ने व्यवसायी की हत्या कर दी. पूरे मामले में बिहार पुलिस मुख्यालय भी नजर रख रही है. पटना के एसएसपी अवकाश कुमार व अन्य वरीय पदाधिकारी केस में हुए अनुसंधान की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
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