संवाददाता, पटना परिवहन विभाग गाड़ियों की खोज में लग गया है. विभाग ने मार्गदर्शिका जारी कर जिलों को कहा है कि वह जिलावार गाड़ियां चिह्नित कर ले. वहीं, हर जिले में एक वरीय अधिकारी के नेतृत्व में वाहन कोषांग भी बनाये, ताकि चुनाव के दौरान गाड़ियों की किल्लत नहीं हो. गाड़ियों कहां से आयेंगी और कोषांग का गठन कैसे और कहां होगा. इसकी पूरी तैयारी करने का दिशा-निर्देश भेजा है. विभाग ने कहा है कि निर्वाचन कार्य में काफी संख्या में मतदान कर्मी, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के त्वरित आगमन व चुनाव सामग्रियों की ढुलाई और परिचालन के लिए गाड़ियों की आवश्यकता होती है.2020 के चुनाव में डेढ़ लाख से अधिक गाड़ियों की जरूरत पड़ी थी. ऐसे में सरकारी वाहनों की संख्या सीमित होने के कारण जरूरत के अनुसार गाड़ियों की आपूर्ति नहीं की जा सकती. निर्वाचन के लिये वाहनों का आकलन जिलों में अवस्थित मतदान केंद्र, सेक्टर जोन, अर्धसैनिक और पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जायेगी. गाड़ियों का अधिग्रहण होने से पहले प्रखंड,अंचल या थाना के माध्यम से गाड़ी मालिकों को सूचना देंगे और उसकी प्रति कार्यालय में सुरक्षित भी रखेंगे.
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