Road In Bihar: बिहार की सड़कें एक बार फिर चकाचक होने वाली हैं. सभी सड़कों को एक बार फिर से बेहतर बनाया जाएगा. प्रदेश में 31 मार्च, 2024 तक पंचवर्षीय रूटीन मेंटेनेंस अवधि से बाहर हुए 13,452 ग्रामीण सड़कों को बेहतर बनाया जाएगा. इन सड़कों की कुल लंबाई 23,541 किमी है. इन सड़कों को जून 2025 तक पॉटलेश करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2025-26 में इन्हें पूरी तरह से सरफेस लेयर तक मजबूत करने का काम किया जा रहा है. यह काम मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है.
14 नवंबर 2024 को सीएम ने दी थी स्वीकृति
यह मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 नवंबर, 2024 को स्वीकृति दी थी. इसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण सड़कों का लंबे समय तक रखरखाव करना है. सूत्रों के अनुसार, इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण सड़कों का दो बार कालीकरण किया जायेगा, ताकि उनकी सतह मजबूत और राइडिंग क्वालिटी बनी रहे. योजना का एक और अहम पहलू यह भी है कि सभी संवेदकों को रूरल रोड रिपेयर व्हीकल रखने का निर्देश दिया गया है. इससे कभी किसी रोड में किसी भी प्रकार की त्रुटि होती है तो तत्काल समाधान किया जा सकेगा और सड़क उपयोगकर्ताओं को यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो.
लखीसराय में दो सड़कों की मंजूरी
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बीते सप्ताह लखीसराय जिले के लिए दो नई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जो केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (CRIF) से बनेंगी. इन योजनाओं पर कुल 44 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे, और इनका उद्देश्य जिले की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है. पहली परियोजना में हलसी से मांझवे तक 10.35 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा, जिसके लिए 25.96 करोड़ रुपये का खर्च निर्धारित किया गया है. इससे हलसी, मोहद्दीनगर, सेठना, बेहरांवा, गेरुआपुर संडा, शिवसोना, धीरा और अन्य दर्जनों गांवों को कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके साथ ही जमुई जिले की सीमा तक कनेक्टिविटी को भी आसान बनाया जाएगा. इस मार्ग के निर्माण से लखीसराय के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को भी आने-जाने में सहूलियत मिलेगी.
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