संवाददाता, पटना : पहले चरण में आइएसबीटी मेट्रो स्टेशन से भूतनाथ रोड तक मेट्रो सुबह आठ बजे रात 10 बजे तक चलेगी. इसमें हर 20 मिनट के अंतराल पर प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो उपलब्ध होगी. प्रतिदिन मेट्रो 40 से 42 फेरे लगायेगी. महिलाओं और दिव्यांगों के लिए हर ट्रेन में 12-12 सीटें आरक्षित होंगी. मेट्रो कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा भी होगी. हर कोच में सभी दरवाजों के पास एक लाल रंग का पैनिक बटन दिया गया है. कोच के अंदर डिस्प्ले बोर्ड पर अगले स्टेशन की जानकारी और घोषणाएं लगातार चलती रहेंगी.
कोच को मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया
उद्घाटन के लिए मेट्रो के कोच को मधुबनी पेंटिंग से खास तौर पर सजाया गया है, जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है. कोचों में गेट, खिड़कियों और अंदरुनी हिस्सों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप और नालंदा के खंडहर जैसे बिहार के विश्वप्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के आकर्षक स्टिकर लगाये गये हैं.अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा
शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर मेट्रो कोच में 360-डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. आपात स्थिति के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. आपात स्थिति में बटन दबाने पर यात्री सीधे मेट्रो रेल के ड्राइवर से बात कर सकेंगे और सीसीटीवी फुटेज भी कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी. प्रत्येक कोच में कुल 138 सीटें हैं और उसमें 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते है.छह भूमिगत स्टेशनों के लिए 9.35 किमी सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे सीएम
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कॉरिडोर-1 के तहत कुल छह भूमिगत स्टेशनों के लिए 9.35 किमी की सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे. इस कॉरिडोर में पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक 9.35 किमी लंबी सुरंग शामिल है, जिस पर कुल 2,565.80 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसका निर्माण कार्य अगले 42 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है. निर्माण के फेज वन में रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन के साथ ही पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन के बाद रुकनपुरा रैंप शामिल है. इसकी कुल लागत 1,147.50 करोड़ रुपये है. वहीं, फेज दो में विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन के साथ विकास भवन से मीठापुर तक सुरंग का निर्माण भी शामिल है, जिसकी कुल लागत 1,148.3 करोड़ है.2027 में पूरा होगा मेट्रो के पहले कॉरिडोर का काम
पटना मेट्रो की कुल लागत 13,925.5 करोड़ रुपये है, जिसमें जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआइसीए), केंद्र सरकार और बिहार सरकार का योगदान है. पटना मेट्रो के दो कॉरिडोर रेड लाइन (16.86 किमी) और ब्लू लाइन (14.56) में कुल 24 होंगे. पहले चरण का पूरा संचालन वर्ष 2027 तक शुरू होने की संभावना है.बीएसएपी ने संभाली मेट्रो की सुरक्षा
पटना मेट्रो की सुरक्षा बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (बीएसएपी) के जवान रविवार से संभाल चुके हैं. बीएसएपी के जवान मेट्रो पर चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे. प्रवेश द्वार से लेकर प्लेटफार्म तक इनकी तैनाती होगी. वहीं स्टेशन के बाहर के सुरक्षा की जिम्मेवारी स्थानीय पुलिस की हाेगी. इन तीनाें स्टेशनाें के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियाें की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. यह अगले आदेश तक जारी रहेगा. भूतनाथ राेड और जीराे माइल स्टेशन अगमकुआं थाना में पड़ता है जबकि आइएसबीटी का मेट्राे स्टेशन रामकृष्णानगर में और इसका यार्ड अगमकुआ थाना में पड़ता है. इन तीनाें स्टेशनाें पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी है. सिटी एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने बताया कि मेट्राे स्टेशन के अंदर और बाहर सुरक्षा की सारी व्यवस्था कर दी गयी है. उस इलाके में पुलिस की गश्ती भी रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

