प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका करनेवाले हैं उद्घाटन संवाददाता,पटना राज्य में निर्मित होनेवाला पूर्णिया एयरपोर्ट न सिर्फ बिहार का, बल्कि कोलकाता के बाद पूर्वी भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. इसकी हवाई पट्टी 2800 मीटर लंबी होगी. इस पर बड़े विमानों के टेकऑन और टेकओवर करने में भी परेशानी नहीं होगी. यह एयरपोर्ट बिहार से पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में उड़ान भरने के लिए तैयारी के अंतिम चरण में हैं. पटना एयरपोर्ट के समान ही बनेगा पूर्णिया का टर्मिनल भवन राज्य सरकार के सूत्रों के अनुसार इसके निर्माण पर 500 करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी. पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन के समान ही पूर्णिया एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण होगा. जानकारों का कहना है कि दक्षिण बिहार स्थित गया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की हवाई पट्टी की लंबाई 2286 मीटर लंबी है, जबकि दरभंगा एयरपोर्ट की हवाई पट्टी 2600 मीटर लंबी है. पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) की हवाई पट्टी (रनवे) की वर्तमान लंबाई लगभग 2,072 मीटर (करीब 6,792 फुट) है. इस तरह से बिहार के पूर्णिया एयरपोर्ट पर न सिर्फ बड़े यात्री विमान, बल्कि कार्गो विमानों की आवाजाही की संभव हो सकेगी. इसके अलावा बिहार में उड़ान योजना के तहत छोटे एयरपोर्टों का निर्माण कराया जा रहा है. रक्सौल एयरपोर्ट का भी किया जा रहा विकास भारत-नेपाल सीमा पर पहले से ही स्थापित रक्सौल एयरपोर्ट का विकास भी किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा इसके लिए हाल ही में 137 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए 2009 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. साथ ही उडान योजना के तहत वाल्मीकिनगर में भी एयरपोर्ट का निर्माण का प्रस्ताव है. नये एयरपोर्ट के निर्माण से न सिर्फ घरेलू उड़ानों में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में भी राज्य के नागरिकों को लाभ मिलेगा.
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