संवाददाता, पटना पटना स्थित बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी के सभा कक्ष में शुक्रवार को मनरेगा, जीविका, जल-जीवन हरियाली की समीक्षा बैठक हुई. मनरेगा आयुक्त अभिलाषा शर्मा की अध्यक्षता में जीविका दीदियों के जीविकोपार्जन के लिए मनरेगा और जीविका से अवसर उपलब्ध कराने को लेकर चर्चा हुई. विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा से बने ग्रामीण हाटों में जीविका दीदीयों को उनके विभिन्न उत्पादों की बिक्री के लिए स्थान आवंटित करने का निर्णय लिया गया. मनरेगा आयुक्त ने ग्रामीण हाटों का निरीक्षण कर उन्हें जीविका दीदियों के व्यापारिक गतिविधियों के अनुकूल विकसित करने का निर्देश दिया. ग्रामीण हाटों के निर्माण के संबंध में एक समान मॉडल विकसित करने की बात कही. इस साल पांच करोड़ पौधे लगाये जायेंगे : इस दौरान वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान पौधारोपण की प्रगति की समीक्षा की गयी. इस संबंध में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान तहत इस वर्ष पांच करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है. इसकी विस्तृत समीक्षा की गयी. सभी अधिकारियों को निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. अधिक से अधिक पोखर निर्मित कर जीविका समूहों को हस्तांतरित करने का निर्देश दिया गया. ताकि जीविका दीदियां मत्स्यपालन, बत्तखपालन, कृषि आदि गतिविधियां कर सकें. अभियान के सभी 11 पहलुओं को प्राथमिकता से पूरा करने का निर्देश दिया गया. माैके पर जिलों से भी मनरेगा, जीविका एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान के पदाधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े थे.
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