नितिश/ Patna News: नये कानून के तहत सारी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाना है. थाने से लेकर कोर्ट, जेल को भी ऑनलाइन प्रक्रिया से जोड़ा जा रहा है. इसी क्रम में पटना के बेऊर जेल में बिहार का पहला मल्टी वीसी सेंटर बनाया जायेगा. इसके बनने के बाद एक बार में 30-40 बंदियों को ऑनलाइन माध्यम से कोर्ट में प्रस्तुत किया जा सकेगा. इसके लिए गृह विभाग में कवायद शुरू कर दी गयी है.
कोर्ट में भी कैदियों की भीड़ खत्म होगी
नये वीसी सेंटर बन जाने के बाद इसे तमाम कोर्ट से जोड़ दिया जायेगा. इसके बाद जिस कोर्ट में ले जाकर कैदियों को पेश करने की जरूरत होगी, उसे जेल से बैठे-बैठे प्रस्तुत कर दिया जायेगा. कैदियों को कोर्ट ले जाने की झंझट से पुलिस व जेल प्रशासन मुक्त हो जायेगा. साथ ही कोर्ट में भी कैदियों की भीड़ खत्म हो जायेगी और उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस पदाधिकारियों व जवानों की तैनाती नहीं करनी पड़ेगी.
अभी क्या है बेऊर जेल से कैदियों को ले जाने की व्यवस्था
अभी एक साथ कई बंदियों को एक समय में ऑनलाइन माध्यम से कोर्ट में प्रस्तुत करने की व्यवस्था नहीं है. कोर्ट की अनुमति के बाद एक या दो बंदियों को ऑनलाइन माध्यम से जेल द्वारा प्रस्तुत करने की व्यवस्था है. अधिकतर कैदियों को फिलहाल पुलिस की सुरक्षा में वैन या अन्य वाहनों से कोर्ट भेजा जाता है. साथ ही उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत कर वापस लाया जाता है. जाने के समय और आने के समय जेल के गेट पर चेकिंग होती है.
ऑनलाइन व्यवस्था से पुलिस बल को मिलेगी राहत
कैदियों को कोर्ट में प्रस्तुत करने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की जाती है. यह व्यवस्था इसलिए की जाती है कि कैदी पुलिस हिरासत से भाग न जाएं. ऑनलाइन व्यवस्था हो जाने के बाद कम संख्या में कैदियों को जरूरत के हिसाब से कोर्ट ले जाना पड़ेगा और काफी कम संख्या में पुलिस बल इस कार्य में लगे रहेंगे. उन पुलिसकर्मियों का उपयोग आम नागरिक की सुरक्षा में किया जा सकता है.
बेऊर जेल अधीक्षक नीरज झा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद कैदियों को ऑनलाइन माध्यम से भी प्रस्तुत किया जाता है. मल्टी वीसी सेंटर बनाया जाना है. इसके लिए विभाग के स्तर पर कार्रवाई हो रही है.