संवाददाता, पटना : उद्घाटन के बाद पहले दिन मंगलवार को पटना मेट्रो का परिचालन आम यात्रियों के लिए शुरू हो गया. पहले दिन पटना मेट्रो में सफर को लेकर यात्रियों में काफी उत्साह था. लोग सेल्फी लेते और फोटो क्लिक करते नजर आये. सबसे पहले मेट्रो ट्रेन की शुरुआत सुबह के आठ बजे भूतनाथ स्टेशन से हुई, जो जीरो माइल स्टेशन होते हुए आइएसबीटी स्टेशन तक पहुंची. मेट्रो ने एक फेरा पूरा करने में लगभग 20 मिनट का समय लिया. जीरो माइल स्टेशन पर मेट्रो एक मिनट रुकी, जबकि शुरुआती स्टेशन भूतनाथ और अंतिम स्टेशन आइएसबीटी में पांच मिनट से अधिक समय तक रुकी. जानकारी के अनुसार मेट्रो ने पहले दिन सुबह आठ बजे से रात आठ बजे यानी 12 घंटे में 49 फेरे लगाये. इस दौरान लगभग पांच हजार से अधिक यात्रियों ने सफर किया. इससे मेट्रो को 80 हजार रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ. मालूम हो कि अभी तीन स्टेशनों पर मेट्रो का परिचालन सुबह आठ से रात आठ बजे तक किया जा रहा है. प्रत्येक ट्रेन में 138 सीटें हैं, जबकि 945 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे. महिलाओं और दिव्यांगों के लिए 12 सीटें आरक्षित रखी गयी है. मोबाइल व लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा भी प्रत्येक कोच में है. पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से जीरो माइल तक किराया 15 रुपये है. यानी एक स्टेशन की यात्रा के लिए न्यूनतम किराया 15 रुपये और पूरे रूट का किराया 30 रुपये रखा गया है. हालांकि, मंगलवार को एक फेरे का किराया 15 रुपये ही लिया गया.
कई यात्रियों को भरना पड़ा जुर्माना
एक ही टिकट पर दोनों तरफ से यात्रा करने या एक टिकट की समय सीमा 45 से अधिक होने के बाद भी स्टेशन से नहीं निकलने के कारण कई यात्रियों को जुर्माना भरना पड़ा. कई को 10 रुपये से लेकर 60 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ा. दरअसल, पहले दिन कई यात्री केवल मेट्रो में सफर का अनुभव करने के लिए ही पहुंचे थे. अधिकतर लोगों को जरूरत के अनुसार कहीं जाना नहीं था. ऐसे में कई यात्री उत्साह में एक तरफ का टिकट लेकर आने-जाने की दोनों तरफ का सफर कर लिया, जिससे निकासी के वक्त उनको जुर्माना देना पड़ा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

