संवाददाता,पटना विधानसभा चुनाव के बाद राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मरीजों की सेवा नये अस्पताल के भवनों में मिलने लगेगी. वहां पर मरीजों के परामर्श लेने, बैठने, बच्चों के टीकाकरण से लेकर गर्भवती महिलाओं की सामान्य जांच की व्यवस्था मिलेगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में बड़े पैमाने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जर्जर या भवन विहीन अस्पतालों के नये भवनों के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. इतना ही नहीं जिला अस्पतालों में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए नये क्रिटिकल केयर भवन का निर्माण कराया जा रहा है. दवाओं के रख रखाव के लिए भी औषधि भंडारों का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य में 214 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवनों का भी निर्माण कराय जा रहा है जहां पर आयुष चिकित्सकों की सेवाएं मरीजों को मिलेंगी.बिहार चिकित्सा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के माध्यम से सरकार ने उत्तर बिहार के 725 ग्राम पंचायतों के वार्डों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भवन का निर्माण कराने जा रही है. उत्तर बिहार में सबसे अधिक सीवान जिले के गांवों में 111 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भवनों का निर्माण कराने की तैयारी की जा रही है. इसी प्रकार से दक्षिण बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में 594 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है. इसमें सिर्फ पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 74 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का निर्माण कराया जायेगा. निगम की ओर से राज्य के सभी 38 जिलों के नगर निगम क्षेत्र, नगर परिषद क्षेत्र और नगर पंचायतों में 204 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही राज्य में 214 एपीएचसी का निर्माण की प्रक्रिया आरंभ की गयी है जो नौ माह में पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. गंभीर मरीजों के लिए 10 जिला अस्पतालों में अलग से क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण कराया जा रहा है.
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