प्रहलाद कुमार, पटना राज्य के सभी 101 बुनियाद केंद्रों पर हर दिन सैकड़ों बुजुर्ग,महिलाएं, दिव्यांगजन कोई ना कोई समस्या लेकर आते है. इनमें से कुछेक बुजुर्गों को फिजियोथेरेपी कराना होता है, जिन्हें कभी-कभी एक से दो दिनों का समय लगता है.तब इन्हें रहने में काफी परेशानी होती है. समाज कल्याण विभाग ने बुजुर्गों की इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए अब बुनियाद केंद्र में ही उनके रात्रि विश्राम की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है. इसके बाद से सभी बुनियाद केंद्रों में इसको लेकर जगह चिह्नित की जा रही है. विभाग ने सभी बुनियाद केंद्रों से मांगा ब्योरा : विभाग ने सभी 101 बुनियाद केंद्रों में बहुत जल्द नयी तकनीक की फिजियोथेरेपी से जुड़ी मशीनों से लैस करने का निर्णय लिया गया है. वहीं, समाज कल्याण विभाग ने वैसे सभी बुनियाद केंद्रों का ब्योरा मांगा है, जहां फिजियोथेरेपी के लिए अधिक लोग पहुंचते हैं. उन सभी केंद्रों पर फिजियोथेरेपिस्टों की संख्या बढ़ायी जायेगी.साथ ही, कम सुनने वाले बुजुर्गों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी. वहीं, बुनियाद केंद्रों पर बुजुर्गों को चश्मा दिया जाता है. 50 के बाद बुजुर्गों में बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बुनियाद केंद्रों में नयी तकनीक की मशीनों के आने से बुजुर्गों को बड़ी राहत मिल पायेगी. देखा गया है कि 50 की उम्र के बाद अधिक लोगों में जोड़ों की शिकायतें बढ़ने लगती है. ऐसे लोगों को केंद्र पर फिजियोथेरेपी के माध्यम से लकवा, गठिया, विकलांगता व हड्डी रोग सहित सभी तरह के जोड़ों के दर्द का इलाज संभव हो पायेगा और इसके लिए उन्हें अस्पतालों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. साथ ही, फिजियोथेरेपिस्ट की बढ़ी संख्या के बाद लोगों को परामर्श और मार्गदर्शन मिलने में भी परेशानी नहीं होगी.
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