New Road In Bihar: बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए लोगों को सोचना नहीं पड़ रहा. इसी कड़ी में राज्य में एनएच-82 सालेपुर से राजगीर और पटना से बेतिया एनएच-139 डब्ल्यू का निर्माण कार्य साल 2027 तक पूरा होने की संभावना है. इन सड़कों के बनने से बौद्ध सर्किट के बड़े हिस्से पर आवागमन बेहतर हो सकेगा.
862 करोड़ की लागत से तैयार होगी ये सड़क…
जानकारी के मुताबिक, सालेपुर से राजगीर तक की फोरलेन सड़क नालंदा जिला के सालेपुर से नूरसराय-अहियारपुर-सिलाव होते हुए राजगीर तक बनेगी. 862 करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले इस फोरलेन रोड से पटना और राजगीर के बीच की दूरी घटेगी. इस सर्किट से होकर देशी और विदेशी पर्यटकों के आवागमन से राज्य में पर्यटन क्षेत्र भी पहले से और ज्यादा विकसित होगा.
पटना से बेतिया फोरलेन यहां से गुजरेगी…
साथ ही पटना से बेतिया सड़क की बात करें तो, NH139 डब्ल्यू के तहत 167 किलोमीटर लंबी पटना-बेतिया सड़क परियोजना में 147 किलोमीटर हिस्सा पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा. AIIMS गोलंबर से शुरू होकर यह सड़क जेपी सेतु, बकरपुर, मानिकपुर, साहेबगंज, केसरिया, अरेराज होते हुए बेतिया के नजदीक एनएच-727 से जुड़ेगी. जिसके बाद पटना से बेतिया 3 घंटों में ही पहुंचा जा सकेगा.
आवागमन आसान और पर्यटन को बढ़ावा
इसके अलावा पटना-गया-डोभी फोरलेन एनएच-83 सड़क का निर्माण करीब 127 किलेमीटर लंबाई में पूरा हो चुका है. साथ ही इस पर आवागमन शुरू हो चुका है. ऐसे में इस सड़क से फिलहाल दक्षिण बिहार के बौद्ध धार्मिक स्थलों तक पहुंचने में लोगों को अधिक सुविधा होने लगी है. हाल ही में एनएच-82 सालेपुर से राजगीर सड़क को करीब 26 किलोमीटर लंबाई में फोरलेन बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास किया है. इन सड़कों के तैयार होने से लोगों के लिए आना-जाना आसान और पर्यटन को बढ़ावा भी मिल सकेगा.

