पटना. जीविका के कार्यों के विस्तार के लिए राज्यस्तरीय विशिष्ट वित्तीय संस्थान (जीविका निधि) का गठन होगा.जीविका यानी उसके 1671 संकुल स्तरीय संघ ‘जीविका निधि’ के सदस्य होंगे.इससे जीविका के तहत जुड़ी 1.35 करोड़ महिलाएं जो 10.63 लाख स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, उन सभी को अपने पैर पर खड़े होने यानी स्वावलंबी बनने में और मदद मिलेगी.इसके लिए बिहार सोसाइटी अधिनियम 1935 में संशोधन किया गया है.अब जीविका निधि बिहार सहकारी सोसाइटी अधिनियनम 1935 के अधीन गठित होगी, जिससे वो सरकार के नियंत्रण में काम करेगी.ग्रामीण विकास विभाग ने जीविका के 71298 ग्राम संगठनों और 1671 संकुल संघों के कार्यों के विस्तार के लिए राज्य स्तर पर जीविका निधि बनाने का निर्णय किया है.अभी जीविका द्वारा पोषित संकुल स्तरीय संघ, ग्राम संगठन, प्रशिक्षण एवं शिक्षण केन्द्र (टीएलसी) को बिहार स्वावलंबी सहकारी समिति अधिनियन 1996 के तहत प्राथमिक सहकारी समितियों के रूप में निबंधित किया गया है .अब जीविका की राज्य स्तरीय समिति बिहार सहकारी सोसाइटी अधिनियनम 1935 के तहत पंजीकृत और सरकार के अधीन नियंत्रित होंगी.
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