Haj Yatra 2025: पटना. हज 2025 की यात्रा से हज यात्रियों के लौटने का सिलसिला अब शुरू हो चुका है. इस बार बिहार से कुल 2,383 लोग हज यात्रा पर गये थे. इनमें से 273 हज यात्री गया इम्बारकेशन प्वाइंट से 15 और 16 जून को अपनी वतन वापसी कर चुके हैं. हज यात्रा से लौटे हाजियों के चेहरों पर सुकून और खुशी की झलक साफ देखी जा सकती है. हज के अरकान और वहां के अनुभवों का जिक्र करते ही उनकी आंखों में आंसू और दिल में एक अद्भुत शांति का एहसास हो रहा है. हाजियों के लिए यह सफर केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक आत्मिक अनुभूति का सफर था. काबा की तरफ रुख करके नमाज पढ़ना, तवाफ का दृश्य और मदीना की पवित्र भूमि पर कदम रखना, यह सब उनकी दिलों में गहरे असर छोड़ गया. हज के दौरान मिली अल्लाह की बख्शीश और उन पवित्र लम्हों की यादें उनके जीवन का सबसे कीमती खजाना बन चुकी हैं. इस मुकद्दस यात्रा ने उन्हें न केवल आध्यात्मिक रूप से सशक्त किया, बल्कि उनके दिलों में एक नयी सुकून और शांति का संचार किया.
गुलदस्ता व फूल देकर हज कमेटी कर रही स्वागत
राज्य से हज के सफर पर गये हज यात्रियों की वतन वापसी पर हज कमेटी की टीम उनका स्वागत गुलदस्ता और फूल देकर कर रही है. देश के 10 अलग-अलग इम्बारकेशन प्वाइंट पर बिहार राज्य हज कमेटी की ओर से अगल टीम में सदस्यों को हाजियों की सहूलियत के लिए भेजा गया है. हज कमेटी की टीम हाजियों की वतन वापसी से राज्य तक पहुंचने के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिये मुस्तैद हैं. हाजियों को भी वतन वापसी पर विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा गुलदस्ता और फूल भेंट करने का खुशी हो रही है. हाजियों ने भी राज्य सरकार और बिहार राज्य हज कमेटी के सदस्यों की काफी तारीफ किया है.
राज्य के 2110 हज यात्रियों की हो चुकी है वतन वापसी
राज्य से इस बा हज की सफर 2383 लोग हज की सफर गये थे. इनमें से गया इम्बारकेशन प्वाइंट से 273 हज यात्रियों की वतन वापसी हो गयी है. वहीं दिल्ली इम्बारकेशन प्वाइंट से 743, कोलकाता इम्बारकेशन प्वाइंट से 937 और मुंबई इम्बारकेशन प्वाइंट से 321 हज यात्रियों की वतन वापसी होगी. इसके अलावा देश के अन्य इम्बारकेशन प्वाइंट से भ 19 जून से 11 जुलाई तक अलग-अलग निर्धारित तिथि पर हज यात्रियों की वतन वापसी होगी.
गयाजी से हज का सफर करने वालों ने खर्च किये अधिक रुपये
इस बार हज के सफर पर राज्य से जाने वाले हज यात्रियों को सबसे अधिक रकम गयाजी इम्बारकेशन प्वाइंट से जाने वाले हज यात्रियों को चुकाना पड़ा. गया इम्बारकेशन प्वाइंट से हज के सफर पर जाने वाले हज यात्रियों को चार लाख रुपये खर्च करना पड़ा. वहीं मुंबई से हज के सफर पर जाने वाले हज यात्रियों को 3 लाख 19 हजार रुपये, दिल्ली से 3 लाख 27 हजार रुपये और कोलकाता से जाने वाले को 3 लाख 58 हजार रुपये खर्च करना पड़ा है.
काबा का तवाफ कर लौटे हाजियों ने कहा दिली की तमन्ना हुई पूरी
- मैंने कई वर्षों से सोच रखा था कि जीवन में कम से कम एक बार हज के सफर पर जरूर जाऊंगा. रब ने मेरी दुआ कबूल किया और मैं अपनी पत्नी डॉ शमा के साथ इस हज के सफर पर गया. राज्य सरकार और हज कमेटी काफी मुस्तैद रही. हज के सफर पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई. – मो असरार आलम, पटना
- हज के सफर से लौटने के बाद भी जब भी हज की बात याद आती है तो दिल में काबा का तवाफ दिल को सुकून से भर देता है. हज के दौरान सऊदी सरकार का काफी सहयोग रहा. रहने और खाने-पीने का भी बेहतरीन इंतजाम किया गया था. – मो मकसूद खान, पटना
- हज की सफर जाने के लिये वर्षों से कोशिश कर रहा था. इस बार रब ने हमारी दुआ कबूल कर ली. हज के सफर मैं अपनी पत्नी नुजहत आरजू के साथ गया था. राज्य सरकार की ओर से हाजियों के लिए हज भवन और गया इम्बारकेशन प्वाइंट पर बेहतर इंतजाम किया गया था. – मो अफजल अहमद, पटना
- मेरी दिली तमन्ना थी कि जीवन में एक बार हज के सफर पर जाऊं. हज की बातों को याद करते ही दिल भर जाता है कि मुझे रब ने इस मुकद्दस सफर के लिये कबूल कर लिया. राज्य सरकार और हज कमेटी को बेहतर इंतजाम के लिये दिल से धन्यवाद देता हूं. – मो सफी रिजवान, पटना
… ताकी न हो हज यात्रियों को कोई परेशानी
हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है कि राज्य के हज यात्रियों निर्धारित तिथि पर वतन वापसी कराएं. इसके लिये हज भवन से टीम भी देश के विभिन्न इम्बारकेशन प्वाइंट पर भेज जा रहा है ताकि हज यात्रियों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. – मो राशिद हुसैन, सीइओ, बिहार राज्य हज कमेटी