Patna News: विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर सोमवार को फोर्ड हॉस्पिटल में निःशुल्क फिजियोथेरेपी कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें 50 से अधिक मरीजों ने भाग लिया. कैंप में फिजियोथेरेपी से नेक पेन, बैक पेन, स्लिप डिस्क, शोल्डर पेन, रूमेटॉयड अर्थराइटिस जैसी जटिल से जटिल समस्याओं के निदान के बारे में विस्तार से बताया गया.
इस अवसर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को फिजियोथेरेपी के महत्व और इसके लाभों के बारे में जागरूक किया. इस दौरान इस वर्ष की थीम “मस्क्युलोस्केलेटल हेल्थ” यानि जोड़ों और पीठ दर्द की रोकथाम पर विशेष चर्चा की गई. विशेषज्ञों ने बताया कि गलत जीवनशैली, लंबे समय तक बैठे रहना और तनाव से आजकल युवा और बुजुर्ग, दोनों ही वर्ग पीठ व गर्दन दर्द से जूझ रहे हैं.

क्या बोले विशेषज्ञ
हॉस्पिटल के डायरेक्टर और वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण कुमार, वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बी.बी भारती और जेनरल सर्जन डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि फिजियोथेरेपी को आधुनिक चिकित्सा पद्धति का अहम हिस्सा माना जाता है. यह न केवल चोट और बीमारियों से उबरने में सहायक है, बल्कि शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने का भी महत्वपूर्ण साधन है. इसलिए इसमें दवाओं से अधिक फिजियोथेरेपी के जरिए शारीरिक गतिविधियों से राहत देने की कोशिश की जाती है.
विशेषज्ञों ने कहा कि फिजियोथेरेपी से दर्द कम करने के साथ-साथ शरीर की गतिशीलता बढ़ती है. यह खेल चोटों, सड़क दुर्घटनाओं के बाद पुनर्वास और लकवे जैसी गंभीर समस्याओं में भी बेहद कारगर साबित होती है.
शिविर में फिजियोथैरेपिस्ट डॉ . खुशबू रानी और विपिन बिहारी की टीम ने लोगों को निःशुल्क परामर्श दिया. उनका कहना था कि लोग दवाओं पर पूरी तरह निर्भर न रहें, बल्कि नियमित व्यायाम, योग और फिजियोथेरेपी को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. यही स्वस्थ जीवन का आधार है. इस मौके पर मेडिकल सुप्रिटेंडेंट संजीव कुमार, प्रदीप शर्मा, शेखर सुमन मौजूद रहे.

