बिहार के श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी पिछले छह वर्षों में करीब सात गुनी बढ़ी है केंद्रीय सांख्यिकी कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट में हुआ खुलासा संवाददाता, पटना बिहार में महिला श्रम बल भागीदारी दर वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 20.30% हो गयी है, जो वर्ष 2017-18 तक केवल 03% थी.यानी बिहार के श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी पिछले छह वर्षों में करीब सात गुनी बढ़ी है. इसमें ग्रामीण और शहरी श्रम बल में महिला की भागीदारी अलग-अलग है. बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में कार्यशील जनसंख्या में महिलाओं की भागीदारी 21.1% और शहरों मे 12.2% है. यह खुलासा केंद्रीय सांख्यिकी कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट में हुआ है.बिहार की महिला श्रम बल भागीदारी राष्ट्रीय तुलना में कम है. महिला श्रम बल भागीदारी का राष्ट्रीय औसत 31.7% है,जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 35.5% और शहरी क्षेत्रों में 22.5% है. राज्य में स्वनियोजित महिला श्रमिकों का हिस्सा 53.7% : बिहार में महिला श्रमिकों की रोजगार की स्थिति पुरुष श्रमिकों की तुलना में अलग है.राज्य में स्वनियोजित महिला श्रमिकों का हिस्सा 53.7%है. स्वनियोजित महिला श्रमिकों में से 39.8 % अपने घरेलू उद्यमों में सहायक के बतौर कार्यरत है. बिहार अधिकतर महिलाओं को प्राथमिक सेक्टर में रोजगार मिल रहे हैं. इसमें सबसे अधिक संख्या कृषि कार्यों में संलग्न महिलाओं की है.
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